राजस्थान के कालुंदी गांव में 70 दलित परिवारों का बहिष्कार (एएनआई)
राजस्थान के कालुंदी गांव में रह रहे लगभग 70 दलित परिवारों को आधारभूत सुविधाओं से वंचित कर दिया गया है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में केस दर्ज़ कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस ने कहा, 'गांव के 16 लोगों के ख़िलाफ़ केस दर्ज़ किया गया है। इस मामले में निष्पक्ष जांच की जाएगी।' वहीं राजस्थान के गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया ने इस मामले को लेकर कहा कि क़ानून ने सभी लोगों को जीने का अधिकार दिया है और अगर किसी के द्वारा किसी नागरिक का मौलिक अधिकार छीना जा रहा है तो उसके ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई की जाएगी।'
In law, everyone is allowed to live by their rights & if anyone has barred a person of their fundamental rights then I will take action against them: Gulab C Kataria, Rajasthan Home Minister on 70 Dalit families in Rajasthan's Kalundi village allegedly debarred of basic amenities pic.twitter.com/LigMHl18s5
— ANI (@ANI) August 22, 2018
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कालुंदी गांव में राजपुरोहित समुदाय के लोगों ने 70 दलित परिवारों का बहिष्कार कर दिया है। इस वजह से दलित परिवारों के पब्लिक वॉटर टैंक से पानी निकालने, दुकानों से राशन खरीदने और बच्चों को स्कूल भेजने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इतना ही नहीं राजपुरोहितों ने इन दलित परिवारों के घर से निकलने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। हालाकि गांव में जब विवाद बढ़ने लगा तो बाद में पुलिस की तैनाती कर दी गई।
विवाद कैसे शुरू हुआ
बताया जा रहा है कि दलित समुदाय के लोगों ने राजपुरोहित समुदाय के कुछ युवकों द्वारा दलितों के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में एससी-एसटी ऐक्ट के तहत मामला दर्ज कराया था। इस घटना से नाराज राजपुरोहितों ने दलितों के बहिष्कार की घोषणा कर दी।
Source : News Nation Bureau