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Raisina Dialogue 2022: 90 देशों के 210 से ज्यादा प्रतिनिधि करेंगे मंथन

तीन दिवसीय रायसीना डायलाग (Raisina Dialogue)के सातवें सम्मेलन का आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi)उद्घाटन करेंगे. इस सम्मेलन में 90 देशों के 210 से ज्यादा प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे.

Updated on: 25 Apr 2022, 11:12 AM

highlights

  • पीएम मोदी करेंगे कार्यक्रम का उद्घाटन
  • उर्सुला लयन बतौर मुख्य अतिथि होंगी शामिल
  • यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष हैं उर्सुला लयन

नई दिल्ली:

तीन दिवसीय रायसीना डायलाग (Raisina Dialogue)के सातवें सम्मेलन का आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi)उद्घाटन करेंगे. इस सम्मेलन में 90 देशों के 210 से ज्यादा प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे. वहीं, यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला लयन बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगी. सिर्फ सात साल पहले 2016 में शुरू किया गया रायसीना डायलाग सिर्फ भारतीय कूटनीति के लिए ही नहीं, बल्कि वैश्विक कूटनीति के विशेषज्ञों, शोधार्थियों, राजनेताओं और नीति-निर्धारकों के बीच विमर्श का एक महत्वपूर्ण मंच बन चुका है. गौरतलब है कि कोरोना महामारी की वजह से दो वर्ष तक इसका आयोजन वर्चुअली हुआ था.

तीन दिनों तक चलेगा कार्यक्रम
रायसीना डायलॉग का सत्र 25, 26 और 27 अप्रैल यानी तीन दिनों तक चलेगा. इस दौरान इस वर्ष के लिए तय किए गए मुख्य विषय 'टेरा नोवा: इंपैसियन, अधीर, और इम्पेरिल्ड' पर चर्चा होगी. भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से इसकी जानकारी दी गई है. भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक संवाद में छह विषयगत स्तंभों पर अलग-अलग तरह से पैनल चर्चा और बातचीत होगी. इस दौरान जिन विषयों पर चर्चा होगी, उनमें लोकतंत्र के बारे में नए सिरे से विचार, बहुपक्षीय एजेंसियों की भूमिका, हिंद-प्रशांत क्षेत्र की स्थिति, स्वास्थ्य व विकास को लेकर सामुदायिक स्तर पर उत्पन्न चुनौतियां, पर्यावरण की चुनौतियों को पार करते हुए हरित व्यवस्था के लक्ष्य और तकनीकी के क्षेत्र में बदलने की स्थिति.


यह है इस बार का थीम
इस बार के आयोजन का थीम 'टेरा नोवा: इंपैशंड, इंपेसेंट और इंपेरिल्ड' रखा गया है. धरती का सबसे पुराना नाम टेरा नोवा है. इस नाम से थीम रखने के पीछे उद्देश्य यही है कि धरती को नए दृष्टिकोण से देखा जाए. विदेश मंत्रालय ने बताया कि इस थीम के तहत छह प्रमुख विषय हैं जिसके आसपास पूरा आयोजन केंद्रित होगा. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता 

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25 देशों के विदेश मंत्री भी डायलॉग में लेंगे हिस्सा
बता दें कि इसमें 90 देशों के 210 से ज्यादा प्रतिनिधि शामिल होंगे. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इस आयोजन के बारे में बताया कि रायसीना डायलॉग में करीब 100 सत्र होंगे. साथ ही इसमें 90 देशों के 210 से ज्यादा प्रतिनिधि शामिल होंगे. इसमें सम्मेलन में 25 देशों के वरिष्ठ मंत्री भी शामिल होंगे. इस बीच कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भारत में यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला लयन, फिलीपींस के विदेश मंत्री टेडी लास्किन, अर्जेंटीना के विदेश मंत्री सेंटियागो केफिरो, नाइजीरिया के विदेश मंत्री जेफरी ओयीमा पहुंच चुके हैं. वहीं, स्लोवेनिया, पुर्तगाल, पोलैंड, नीदरलैंड, मेडागास्कर, लिथुआनिया, नॉर्वे, लक्जमबर्ग, आर्मेनिया और गुयाना के विदेश मंत्रियों के पहुंचने की संभावना है.