logo-image

रेलवे 24 घंटों में 140 मीट्रिक टन ऑक्सीजन पहुंचाएगा, लखनऊ भी संकट से उबरेगा

नौ टैंकरों में से पांच रविवार रात लखनऊ पहुंचेंगे और चार अन्य टैंकर बोकारो से अगले दिन लखनऊ पहुंचेंगे. ऑक्सीजन एक्सप्रेस के माध्यम से अब तक, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में लगभग 150 टन तरल ऑक्सीजन वाले कुल 10 कंटेनरों को ले जाया गया है.

Updated on: 26 Apr 2021, 05:00 AM

नयी दिल्ली:

देश में कोविड मरीजों के इलाज के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति करने में भारतीय रेल मिशन मोड में है. रेलवे अगले 24 घंटों में 140 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई करेगा. नौ टैंकरों में से पांच रविवार रात लखनऊ पहुंचेंगे और चार अन्य टैंकर बोकारो से अगले दिन लखनऊ पहुंचेंगे. ऑक्सीजन एक्सप्रेस के माध्यम से अब तक, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में लगभग 150 टन तरल ऑक्सीजन वाले कुल 10 कंटेनरों को ले जाया गया है. चार टैंकर वाली ऑक्सीजन एक्सप्रेस, जिसमें 70 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की क्षमता है, वह रविवार रात छत्तीसगढ़ से दिल्ली के लिए प्रस्थान करेगी.

भारतीय रेलवे ने दिल्ली सरकार को रोड टैंकर प्राप्त करने की भी सूचना दी है. भारतीय रेलवे दुगार्पुर से दिल्ली तक ऑक्सीजन कंटेनर की ढुलाई के लिए भी तैयार है. महाराष्ट्र को ऑक्सीजन देने के लिए भारतीय रेलवे जामनगर से मुंबई और नागपुर-पुणे के लिए विजाग से गुजर रही है. इसी तरह मध्य प्रदेश के लिए ऑक्सीजन आपूर्ति करने के लिए जमशेदपुर से जबलपुर के रास्ते लाई जा रही है. देश के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए रेलवे टैंकरों के माध्यम से युद्धस्तर पर सप्लाई करने में जुटी है.

देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर को देखते हुए अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. ऐसे में भारतीय रेलवे ने ग्रीन कॉरीडोर की मदद से देश के कई हिस्सों में ऑक्सीजन एक्सप्रेस की मदद से ऑक्सीजन भेजे जाने का काम शुरू कर दिया है. भारतीय रेलवे ने बताया है कि पिछले 24 घंटों के दौरान ऑक्सीजन एक्सप्रेस ने 150 टन ऑक्सीजन देश के कई राज्यों में पहुंचाई है. इसके पहले कोरोना संक्रमण झेल रही सांसों को बचाने के लिए दूसरी ऑक्सीजन स्पेशल ट्रेन झारखंड के बोकारो से ऑक्सीजन टैंकर लेकर लखनऊ पहुंची थी. 

इसके पहले शनिवार को दो टैंकर लखनऊ में उतारे गए. टैंकर आने पर अपर मुख्य सचिव अवनीश गृह अवस्थी के अलावा रेलवे, जिला प्रशासन और पुलिस के अफसर चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंचे थे. अपर मुख्य सचिव ने बताया था कि यह दोनों ट्रैकर आक्सीजन लेकर दो दिन के अंदर बोकारो से लखनऊ आ गए हैं. आज तीन टैंकर बोकारो के लिए और भेजे गये हैं. अब लखनऊ के साथ ही पूरे प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों को ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी. बोकारो गैस प्लांट से आक्सीजन लाने की प्रक्रिया चलती रहेगी. लखनऊ में चार से पांच गुना आक्सीजन की डिमांड बढ़ गई है.