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भारतीय रेलवे ने प्लेटफॉर्म टिकट के दाम 50 रुपये, रेलवे ने बताई ये वजह

रेलवे के प्रवक्ता ने अपने ऑफीशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट करके इस बात की जानकारी दी कि महाराष्ट्र के पुणे जंक्शन द्वारा प्लेटफार्म टिकट का मूल्य ₹50 रखने का उद्देश्य अनावश्यक रूप से स्टेशन पर आने वालों पर रोक लगाना है.

Updated on: 18 Aug 2020, 11:46 PM

नई दिल्‍ली:

भारतीय रेलवे ने प्लेटफॉर्म टिकट के दाम बढ़ाए जाने पर सफाई दी है. महाराष्ट्र के पुणे जंक्शन रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म टिकट के दाम को बढ़ाकर 50 रुपये कर दिया गया है. जिसके बाद सोशल मीडिया से लेकर सियासी गलियारों तक इस बात की काफी चर्चा हो रही है. राजनीतिक गलियारों में प्लेटफॉर्म टिकट के बढ़े हुए दामों को लेकर हो रही चर्चा के बीच रेलवे ने इस बात पर सफाई दी है. रेलवे के प्रवक्ता ने इस मुद्दे पर सफाई देते हुए कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण की बढ़ती हुई महामारी को देखते हुए रेलवे ने स्टेशन के प्लेटफॉर्म टिकटों के दाम बढ़ाकर बढ़ाकर 50 रुपये कर दिए हैं.

जब ये मामला सोशल मीडिया पर भी वायरल होने लगा तो रेलवे को इस मुद्दे पर आकर सफाई देनी पड़ी. रेलवे के प्रवक्ता ने अपने ऑफीशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट करके इस बात की जानकारी दी कि महाराष्ट्र के पुणे जंक्शन द्वारा प्लेटफार्म टिकट का मूल्य ₹50 रखने का उद्देश्य अनावश्यक रूप से स्टेशन पर आने वालों पर रोक लगाना है. जब टिकट के मूल्य ज्यादा रहेंगे तो रेलवे स्टेशन पर अनावश्यक लोगों की भीड़ अपने आप हट जाएगी. भीड़ कम होने से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होगा और देश में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने में आसानी होगी. आपको बता दें कि इसके पहले कोरोना वायरस संक्रमण के शुरुआती दिनों में भी रेलवे प्लेटफार्म टिकट के दाम बढ़ाकर ऐसे ही स्टेशनों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया था.  

आपको बता दें कि पुणे जंक्शन स्टेशन पर प्लेटफॉर्म टिकटों के दाम बढ़ाए जाने की बात जब सोशल मीडिया में वायरल हो गई तब राजनीतिक दल भी कहां पीछे रहने वाले. देखते ही देखते सियासी दलों के नेता भी इस खबर को लेकर सोशल मीडिया पर पहुंच गए. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने तो प्लेटफॉर्म टिकट के दाम बढ़ाए जाने को लेकर सोशल मीडिया पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर तंज भी कस दिया. उन्होंने ट्विटर पर बीजेपी पर हमला बोलते हुए लिखा, कि कांग्रेस राज में रेलवे प्लेटफार्म टिकट 3 रुपये का था, भाजपा के राज में 50 रुपये का हो गया है.

आपको बता दें कि रेलवे स्टेशन के पर रुकने के लिए यात्रियों या फिर उनके तीमारदारों के लिए प्लेटफॉर्म टिकट रेलवे दो घंटे की वैधता के लिए जारी करता है. इसका मतलब है कि यदि आप रेलवे प्लेटफॉर्म पर अपने किसी संबंधी को छोड़ने या लेने जा रहे हैं तो टिकट लेने के समयानुसार 2 घंटे तक प्लेटफार्म पर रुकने की अनुमति मिलती है. कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने ये नया तरीका अपनाया है.