उत्तर प्रदेश में एक हफ्ते के भीतर दो रेल हादसों की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर इस्तीफे की पेशकश की। वहीं प्रधानमंत्री ने उन्हें इंतजार करने के लिए कहा है।
रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर पीएम से बातचीत की जानकारी दी। उन्होंने कहा, 'मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिला और रेल हादसे की नैतिक जिम्मेदारी ली। पीएम ने इंतजार करने के लिए कहा है।'
उन्होंने कहा, 'मैं दुर्भाग्यपूर्ण हादसों से गहरे सदमे में हूं, जिनमें कई यात्रियों की जान गई और लोग जख्मी हुए हैं।'
इससे पहले रेलवे बोर्ड के चेयरमैन एके मित्तल ने इस्तीफा दे दिया था। विपक्षी दल लगातार हो रहे रेल हादसे के बाद से सुरेश प्रभु से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
रेलमंत्री ने कहा, 'मैंने अपने तीन साल से कम के कार्यकाल में रेलवे की बेहतरी के लिए अपना खून-पसीना बहाया है।'
उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कल्पना वाले न्यू इंडिया को एक ऐसे रेलवे की जरूरत है, जो सक्षम और आधुनिक हो। मेरा वादा है कि रेलवे उसी रास्ते पर आगे बढ़ रहा है।'
आपको बता दें की उत्तर प्रदेश में कानपुर और इटावा के बीच औरैया जिले में अछल्दा स्टेशन के पास बुधवार तड़के आजमगढ़ से दिल्ली जा रही कैफियत एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसके बाद ट्रेन के 12 डिब्बे पटरी से उतर गए।
इस हादसे में 78 लोग घायल हो गए हैं। अपर पुलिस महानिदेश (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार ने बताया कि इस हादसे में 78 लोग घायल हैं, जिनमें चार की हालत गंभीर है।
इससे पहले शनिवार को ही पुरी से हरिद्वार जाने वाली उत्कल एक्सप्रेस मुजफ्फरनगर के पास पटरी से उतर गई थी, जिसमें 21 लोगों की मौत हो गई, जबकि 156 लोग घायल हो गए थे।
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HIGHLIGHTS
- रेल हादसों से आहत रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने पीएम से मिलकर इस्तीफे की पेशकश की
- पीएम मोदी ने सुरेश प्रभु को इंतजार करने के लिए कहा, रेलमंत्री ने ट्वीट कर दी जानकारी
- चार दिनों के भीतर दो रेल हादसों में 21 लोगों की हुई है मौत, 135 से अधिक लोग घायल हुए हैं
Source : News Nation Bureau