पैकेजिंग कंपनी यूफ्लेक्स के परिसरों पर आयकर विभाग की छापेमारी शनिवार को पांचवें दिन भी जारी रही, इस दौरान तीन करोड़ रुपये जब्त किए गए।
कंपनी द्वारा टैक्स चोरी और बेहिसाब लेनदेन की सूचना मिलने के बाद विभाग ने छापेमारी की। रिपोर्ट के अनुसार, 715 करोड़ रुपये के फर्जी लेनदेन पाए गए हैं। इसके अलावा शेल कंपनियों द्वारा 635 करोड़ रुपये का लेन-देन किया गया।
करीब 140 लोगों से पूछताछ की गई है जिनमें ज्यादातर कंपनी के कर्मचारी हैं और उनके मोबाइल और लैपटॉप से लेन-देन की जानकारी मिली है। सूत्रों के मुताबकि, कागजों पर ही करीब 1,000 करोड़ रुपये के लेन-देन में गड़बड़ी का संदेह जताया जा रहा है।
देशभर में 38 स्थानों पर तलाशी समाप्त हो चुकी है और अब छापेमारी दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र सहित 28 स्थानों पर जारी है। करीब 100 टीमें छापेमारी में लगी हुई हैं।
आयकर विभाग के अधिकारियों ने मंगलवार को मैन्युफैक्च रिंग यूनिट परिसर और निदेशकों के कॉपोर्रेट कार्यालय सहित 70 स्थानों पर छापेमारी की थी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 20 साल पहले आयकर विभाग ने 300 करोड़ रुपये और अचल संपत्ति जब्त की थी। कई राजनीतिक कोणों की पहचान की गई और कहा गया कि नोटों को बैग में भरकर नाली में फेंक दिया गया था।
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Source : IANS