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राहुल गांधी बोले- US की दवा कंपनी की घोषणा के बाद भारत में कोरोना टीके की उपलब्धता के लिए...

राहुल गांधी ने अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर को कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने में सक्षम टीका विकसित करने में सफलता मिलने की संभावना की पृष्ठभूमि में कहा कि हर भारतीय नागरिक को टीका उपलब्ध कराने के लिए व्यवस्था बनाने पर काम करने की जरूरत है.

Updated on: 11 Nov 2020, 04:01 PM

दिल्ली:

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने, अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर को कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने में सक्षम टीका विकसित करने में सफलता मिलने की संभावना की पृष्ठभूमि में बुधवार को कहा कि हर भारतीय नागरिक को टीका उपलब्ध कराने के लिए व्यवस्था बनाने पर काम करने की जरूरत है. उन्होंने एक खबर का हवाला देते हुए ट्वीट किया कि फाइजर एक संभावित टीका विकसित कर रहा है. ऐसे में हर भारतीय को इसे उपलब्ध कराने की व्यवस्था बनाने पर काम करने की जरूरत है.

कांग्रेस नेता ने कहा कि भारत सरकार को टीका वितरण की रणनीति स्पष्ट करने और यह बताने की जरूरत है कि यह हर भारतीय तक कैसे पहुंचेगा. उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों अग्रणी दवा कंपनी फाइजर ने कहा कि उसके टीका के विश्लेषण से पता चला है कि यह कोविड-19 को रोकने में 90 प्रतिशत तक कारगर हो सकता है. इससे संकेत मिलता है टीके को लेकर कंपनी का परीक्षण सही चल रहा है और वह अमेरिकी नियामक के पास इस संबंध में एक आवेदन दाखिल कर सकती है.

अमेरिकी फार्मा कंपनी फाइजर का दावा-कोरोना वैक्सीन ट्रायल में 90% कारगर

अमेरिकी फार्मा कंपनी फाइजर ( Pfizer) जर्मन बायोटेन फर्म बायोएनटेक द्वारा संयुक्त रूप से विकसित वैक्सीन तीसरे चरण में 90 फीसदी से अधिक प्रभावी साबित हुई है. यहीं नहीं अगर सबकुछ ठीक रहा तो इस महीने के अंत में कंपनी को वैक्सीन  बेचने की मंजूरी मिल जाएगी.

वैश्विक महामारी के बीच यह उम्मीद भरी खबर है. फाइजर के अध्यक्ष और सीईओ अल्बर्ट बोरला ने एक कहा कि हमारे तीसरे चरण के ट्रायल के पहले सेट में कुछ ऐसे सबूत मिलने है जिससे यह पता चलता है कि यह कोरोना वायरस को रोकने में प्रभावी है. कंपनी ने बताया कि वैक्सीन ट्रायल के दौरान 94 संक्रमितों में 90 प्रतिशत कारगर पाई गई है. इन संक्रमितों में कोरोना के कम से कम 1 लक्षण जरूर थे. 

शुरुआत निष्कर्षों से पता चला है कि पहली बार डोज दिए जाने के 28 दिनों बाद और दूसरे बार दो खुराक दिए जाने के 7 दिन बाद मरीज को सुरक्षा प्राप्त हुई है. वहीं, डोनाल्ड ट्रंप ने इसे बहुत बड़ी खबर बताते हुए कहा कि वैक्सीन जल्द ही आ रही है. 90 प्रतिशत से ज्यादा कारगर पाई गई है.

वहीं, ऑस्ट्रेलिया की सीएसएल लिमिटेड कंपनी ने सोमवार को ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका यूनिवर्सिटी के कोरोना वायरस वैक्सीन का उत्पादन शुरू कर दिया है.  सिडनी के 2जीबी रेडियो के मुताबिक सोमवार को विक्टोरिया में वैक्सीन की 3 करोड़ खुराक के उत्पादन के दायरे में पहुंच गई है.

बता दें कि कोरोना महामारी से दुनियाभर में अब तक 12 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है. भारत समेत कई देश कोरोना वैक्सीन बनाने में लगे हुए हैं. कई चरण में सफलता मिल चुकी है.