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कोरोना पर राहुल गांधी ने मोदी सरकार बोला हमला, कही ये बड़ी बात  

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार के लकवाग्रस्त पॉलिसी को लेकर सरकार पर हमला किया है और कहा कि सरकार को इसका सामना करना चाहिए और ना की धोखेबाजी करनी चाहिए.

Updated on: 03 May 2021, 08:00 PM

highlights

  • राहुल गांधी ने केंद्र सरकार (के लकवाग्रस्त पॉलिसी को लेकर सरकार पर हमला किया
  • भारत सरकार की लकवाग्रस्त नीति वायरस पर विजय नहीं दिला सकती : कांग्रेस नेता राहुल
  • भारत में एक दिन में 3,68,147 नए मामले और 3,417 की मौत हुई

नई दिल्ली:

कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress Leader Rahul Gandhi) ने केंद्र सरकार (Modi Government) के लकवाग्रस्त पॉलिसी को लेकर सरकार पर हमला किया है और कहा कि सरकार को इसका सामना करना चाहिए और ना की धोखेबाजी करनी चाहिए. राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि भारत सरकार की लकवाग्रस्त नीति वायरस पर विजय नहीं दिला सकती. इसका सामना करो. इसे धोखेबाजी मत करो. राहुल गांधी ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि मर गए या मारे गए? उनके परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना. ’सिस्टम’ के जागने से पहले कितना अधिक दुख? 

वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि भारत 3,68,147 नए मामले और 3,417 की मौत हुई है. यह लगातार 12वां दिन है जब भारत में 3 लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए जबकि पिछले छह दिनों में 3,000 से अधिक लोगों की जान गई है. भारत के कोविड-19 मामलों की कुल संख्या अब 1,99,25,604 है, जिसमें 34,13,642 सक्रिय मामले हैं और अब तक कुल 2,18,959 मौतें हुई हैं.

कोरोना काल में लोगों को राहुल गांधी ने दी संवेदनाएं, कहा त्रासदी में आप अकेले नहीं

देशभर में बढ़ते कोरोना के कारण अस्पतालों में लोगों को इलाज के लिए बेड नहीं मिल रहे और ऑक्सिजन की किल्लत भी देखी जा ही है. ऐसे में कई लोगों ने अपनो को खो दिया है. इस बीच पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ऐसे लोगों को अपनी संवेदनाएं व्यक्त की है. 

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि, इलाज की कमी के चलते अपने प्रियजन खो रहे देशवासियों को मेरी संवेदनाएं. इस त्रासदी में आप अकेले नहीं हैं। देश के हर राज्य से प्रार्थना व सहानुभूति आपके साथ है. साथ हैं तो आस है. दरअसल कोरोना संक्रमण की एक लहर में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चरमरा गई है, जिसके कारण लोगों को इलाज तक नहीं मिल पा रहा है, इलाज तो दूर अस्पतालों में लोगों को बेड नहीं मिल पा रहा है.