विकास की गंगा बहाते-बहाते राजनेता कब तू-तू, मैं-मैं पर उतर आते हैं, पता नहीं चलता. हालिया विधानसभा चुनावों को ही लें, विकास के दावे से शुरू हुआ चुनावी अभियान गोत्र, खानदान और वंशज खंगालने तक पर आ गया. इसी कड़ी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के गोत्र (Rahul Gandhi gotra) पर सवाल उठे, राहुल गांधी ने उसका जवाब भी दिया. राहुल गांधी का कहना है कि उनका गोत्र ‘दत्तात्रेय’ है. उनके गोत्र बताने के बाद से अब एक नई बहस शुरू हो गई है. कुछ जानकार दत्तात्रेय को गोत्र ही नहीं मान रहे हैं तो कुछ का कहना है कि राहुल गांधी ने अपना नहीं पंडित जवाहरलाल नेहरू का गोत्र बताया है.
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विरोधी दलों का कहना है कि राहुल गांधी पंडित जवाहरलाल नेहरू का गोत्र क्यों बता रहे हैं, जबकि उनके पिता राजीव गांधी थे और राजीव गांधी के पिता का नाम फिरोज गांधी था. बीजेपी नेता सैयद शाहनवाज हुसैन ने अजमेर की रैली में कहा कि गोत्र पिता के खानदान से लिया जाता है, जबकि राहुल गांधी ने पंडित नेहरू के गोत्र को अपना बता दिया. शाहनवाज हुसैन ने यह भी कहा, चुनाव आते ही राहुल गांधी हिंदू हो जाते हैं.
जानकारों का कहना है कि ब्राह्मणों के मूल रूप से 7 गोत्र हैं- वशिष्ठ, अगस्त्य, कश्यप, अत्रि, गौतम, भारद्वाज, विश्वामित्र और अंगिरा. ये सात ऋषि गोत्रकर्ता या वंश चलाने वाले कहलाए. इनमें दत्तात्रेय का जिक्र नहीं है. इनके अलावा 49 अन्य गोत्र भी बने, लेकिन उनमें भी दत्तात्रेय का उल्लेख नहीं है.
गोत्र होता क्या है.
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संस्कृत शब्द गोत्र का अर्थ वंशावली होता है. हिंदू धर्म में हर किसी का एक गोत्र होता है. हिंदुओं की वंशावली सप्तर्षियों से जुड़ी है. सभी का गोत्र सप्तऋषियों में से एक ऋषि से मिलता है. माना जाता है कि भगवान दत्तात्रेय सप्तर्षियों के बेटों में से एक थे. कुछ जानकार मानते हैं कि उनका गोत्र अत्रि रहा होगा. हालांकि, हिंदुओं में दत्तात्रेय नाम से कोई गोत्र नहीं है. वहीं कुछ विद्वान दत्तात्रेय को गोत्र बताते हैं. माना जाता है कि कश्मीरी ब्राह्मण 199 गोत्रों में बंटे हुए हैं. कौल इनमें से सर्वश्रेष्ठ माने जाते हैं. जिन की दो-तीन पीढ़ियों ने उत्तम काम किया, उन्हें ज्यादा श्रेष्ठ माना गया.
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भगवान दत्तात्रेय के बारे में
भगवान दत्तात्रेय एक हिंदू देवता हैं जो त्रिमूर्ति ब्रह्मा, विष्णु और महेश का प्रतिनिधित्व करते हैं. दत्तात्रेय दो संस्कृत शब्दों से मिलकर बना है- दत्त यानी देना और अत्रेय सप्तऋषि में से एक हैं और भगवान दत्तात्रेय के पिता भी हैं. भगवान दत्तात्रेय हिंदू परंपरा में 13 अखाड़ों के सबसे पुराने आचार्य के इष्ट देव हैं.
कौल ब्राह्मण थे पंडित नेहरू
कौल शब्द की उत्पत्ति संस्कृत शब्द कुल से हुई है. कश्मीरी पंडित इसे सरनेम के तौर पर इस्तेमाल करते हैं. कौल का संबंध शैव संप्रदाय से माना जाता है. नेहरू कश्मीरी पंडित थे और इस परिवार का मूल टाइटल कौल था. पंडित जवाहरलाल नेहरू 19वीं सदी में कौल ब्राह्मण थे. बाद में मोतीलाल नेहरू ने कौल के बदले नेहरू उपनाम को अपना लिया. उन्होंने बेटे का उपनाम भी नेहरू ही रखा. जवाहर लाल नेहरू की इकलौती बेटी और भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पारसी फिरोज गांधी से शादी की थी, जिससे जवाहरलाल नेहरू खुश नहीं थे. महात्मा गांधी के हस्तक्षेप के बाद दोनों की शादी हुई थी और फिरोज गांधी को महात्मा गांधी ने अपना उपनाम दिया था. उसके बाद से फिरोज के नाम के आगे गांधी लगना शुरू हो गया.
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Source : News Nation Bureau