कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को शुरू करने के लिए शुक्रवार आधी रात होने वाले कार्यक्रम को 'खुद के प्रचार का तमाशा' करार दिया है और कहा कि देश भर में एक कर व्यवस्था को मूर्खतापूर्ण तरीके से लाया जा रहा है और इसका क्रियान्वयन एक 'अयोग्य तथा असंवेदनशील सरकार' कर रही है।
राहुल ने ट्वीट किया, 'एक सुधार, जिसमें काफी सारी संभावनाएं थीं, उसे मूर्खतापूर्ण तरीके से और तमाशे के साथ लाया जा रहा है।' उन्होंने कहा, 'भारत में जीएसटी की जरूरत है, लेकिन उससे देश के करोड़ों आम लोगों, छोटे व्यापारियों को परेशानी व दर्द नहीं होनी चाहिए।'
राहुल ने कहा, 'नोटबंदी से अलग, जीएसटी वह सुधार है, जिसे लाने का श्रेय कांग्रेस को है और वह शुरुआत से इसका समर्थन करती रही है।'
गौरतलब है कि 30 जून की आधी रात को संसद के केंद्रीय विशेष कक्ष से इसे लागू किया जा रहा है। छोटे कारोबारियों और ट्रेडर्स को होने वाली परेशानियों को देखते हुए कांग्रेस इस समारोह का बहिष्कार कर चुकी है।
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गांधी ने कहा कि नोटबंदी की तरह ही सरकार बिना तैयारियों के इस कानून को लागू कर रही है। उन्होंने कहा, 'नोटबंदी की तरह ही असक्षम और असंवेदनशील सरकार बिना किसी योजना और संस्थागत तैयारियों के जीएसटी को लागू कर रही है।' उन्होंने कहा कि जीएसटी वैसा सुधार रहा है, जिसे लागू किए जाने की वकालत कांग्रेस शुरूआत से करती रही है।
गौरतलब है कि औद्योगिक संस्था एसोचैम और बंगाल सरकार के वित्त मंत्री जीएसटी को लागू किए जाने की डेडलाइन को आगे बढ़ाए जाने की मांग कर चुके हैं। हालांकि सरकार साफ कर चुकी है वह जीएसटी को तय समय पर ही लागू करेगी। बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी को जीएसटीएन को लेकर गंभीर सवाल उठा चुके हैं।
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HIGHLIGHTS
- जीएसटी को हड़बड़ी में लागू किए जाने को लेकर कांग्रेस वाइस प्रेसिडेंट राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है
- राहुल ने जीएसटी की तारीफ करते हुए कहा कहा भारत को इसकी जरूरत है लेकिन इसे हड़बड़ी में लागू किया जा रहा है
Source : News Nation Bureau