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राहुल गांधी( Photo Credit : फाइल फोटो)
महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर कांग्रेस ने दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र तक में अपने सभी सीनियर नेताओं को अलर्ट कर दिया था. महाअघाड़ी गठबंधन को लेकर खुद सोनियां गांधी भी पूरी तरह सक्रिय थी. अब महाराष्ट्र में शपथ ग्रहण है तो कांग्रेस को दोनों बड़े नेता अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने इस शपथ ग्रहण से खुद को दूर कर लिया है. शिवसेना की ओर से दोनों नेताओं को आमंत्रित किया गया था लेकिन दोनों ही नेता शपथ ग्रहण से दूर रहे. राहुल और सोनिया गांधी ने उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर बधाई थी और शपथ ग्रहण समारोह में आने पर असमर्थता जताई.
पिछले एक महीने से महाराष्ट्र में राजनीतिक उठापटक चल रही थी. बीजेपी और शिवसेना गठबंधन को चुनाव में बहुमत तो मिल गया लेकिन मुख्यमंत्री पद के मामले को लेकर शिवसेना झुकने को तैयार नहीं हुई. शिवसेना ने साफ कर दिया कि अगर सरकार बनानी है तो ढाई साल के लिए शिवसेना का भी मुख्यमंत्री बनेगा. हालांकि इसके बाद कांग्रेस और एनसीपी के साथ सरकार बनाने को लेकर शिवसेना ने नई जमीन तलाशना शुरू दिया. अब महाराष्ट्र में शपथ ग्रहण की तैयार चल रही है. शिवाजी पार्क मैदान में होने वाले भव्य समारोह में उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.
ये है मुख्य वजह
माना जा रहा था कि इस शपथ ग्रहण सरकार में विपक्षी दलों के कई बड़े नेता शामिल हो सकते हैं. सोनिया गांधी और राहुल गांधी को शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित किया गया था. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि शिवसेना के साथ सरकार बनाने को लेकर कांग्रेस के अंदर भी मतभेद की स्थिति रही है. अभी कांग्रेस को भी भरोसा नहीं है कि यह गठबंधन कितना चलेगा. यूपी में सपा के साथ कांग्रेस के गठबंधन का हाल सभी के सामने है. दूसरी तरह शिवसेना की हिंदुत्व की छवि को लेकर कांग्रेस के अंदर शुरू से मतभेद रहा है. बाला साहब ठाकरे ने खुद विदेशी मूल के मुद्दे पर सोनिया गांधी का विरोध भी कर चुके हैं. इसलिए राहुल गांधी बाहर से ही इस शपथ ग्रहण समारोह को अपना समर्थन दे रहे हैं.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो