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‘सब याद रखा जाएगा’, ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई मौत बयान पर राहुल गांधी का तंज 

मई महीने में कोरोना की दूसरी लहर जब अपने चरम पर थी तो दिल्ली, गोवा, आंध्र प्रदेश सहित कई राज्यों में ऑक्सीजन की कमी से कोरोना मरीजों की मौत होने की बात सामने आई.

Updated on: 22 Jul 2021, 02:05 PM

highlights

  • सरकार ने संसद में कहा था-ऑक्सीजन की कमी से किसी मरीज की मौत नहीं हुई
  • बयान के बाद विपक्ष के निशाने पर आई सरकार, विपक्ष ने सरकार से पूछे हैं सवाल
  • राहुल गांधी ने मीडिया रिपोर्टों को हवाला देकर कहा है कि 'सब याद रखा जाएगा'

नई दिल्ली:

देश में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन के किसी की भी मौत नहीं होने के सरकार के बयान पर विपक्ष हमलावर है. विपक्ष इसे लेकर लगातार सवाल कर रहा है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इसे लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है. मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि ‘सब याद रखा जाएगा.’उन्होंने ऑक्सीजन की कमी से संबंधित मीडिया रिपोर्टों को साझा करते हुए सरकार से सवाल किया. मंगलवार को सरकार ने एक लिखित जवाब में संसद में कहा था कि कोरोना की दूसरी लहर में देश में ऑक्सीजन की कमी से किसी की भी मौत नहीं हुई है.  

केंद्र बोला- राज्य के आंकड़ों पर दी रिपोर्ट
सरकार के संसद में दिए बयान के बाद सोशल मीडिया पर खासी नाराजगी देखी जा रही है. जिन लोगों ने इस कहर में अपनों को खोया है वह अपनी कहानी सोशल मीडिया पर दे रहे हैं. दूसरी तरफ केंद्र सरकार का कहना है कि उसने अपनी रिपोर्ट विभिन्न राज्यों से मिले आंकड़ों पर दी है. किसी भी राज्य ने अपने यहां ऑक्सीजन से कमी का डाटा नहीं भेजा है. स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने उच्च सदन में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा था, ‘केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोविड से मौत की सूचना देने के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं. इसके अनुसार, सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश नियमित रूप से केंद्र सरकार को कोविड के मामले और इसकी वजह से हुई मौत की संख्या के बारे में सूचना देते हैं. बहरहाल, किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश ने ऑक्सीजन के अभाव में किसी की भी जान जाने की खबर नहीं दी है.’

राज्य ने नहीं दी ऑक्सीजन से मौत की जानकारी
दिल्ली के अलावा मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, गोवा समेत अन्य कई राज्यों की ओर से बयान दिया गया है कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन का संकट काफी ज्यादा था, लेकिन किसी की मौत ऑक्सीजन की कमी से रिपोर्ट नहीं हुई है. मध्य प्रदेश के स्वास्थ मंत्री डॉक्टर प्रभुराम चौधरी ने दावा किया है कि केंद्र ने जो जानकारी दी है वो सही है. ऑक्सीजन की कमी से एक भी शख्स की मौत नहीं हुई है. प्रभुराम चौधरी के मुताबिक, केंद्र ने जो आंकड़ा दिया है, वह राज्यों के आधार पर दिया है. MP में किसी की भी मौत ऑक्सीजन की कमी की वजह से नहीं हुई. हालांकि, स्वास्थ्य मंत्री ने यह ज़रूर माना कि ऑक्सीजन की किल्लत थी लेकिन उससे मौत हुई हो ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है. कई अस्पतालों से ऑक्सीजन की कमी की बात रिपोर्ट की गई थी, लेकिन ज़रूरत के अनुसार फिर ऑक्सीजन सप्लाई भी किया गया था.