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कर्नाटक की जीत से कांग्रेस का बढ़ा उत्साह, 2019 के लिए विपक्ष को साथ लाएंगे राहुल!

कर्नाटक में ढाई दिन की येदियुरप्पा सरकार गिरी राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस कर न केवल इसे कांग्रेस की जीत बताई बल्कि 2019 की संभावनाओं को लेकर भी इरादा साफ कर दिया।

Updated on: 20 May 2018, 10:35 AM

नई दिल्ली:

कर्नाटक में सीएम येदियुरप्पा के इस्तीफ़े से उत्साहित कांग्रेस अब विपक्ष को एक साथ साध कर 2019 लोकसभा की तैयारी में जुटने जा रही है।

शनिवार को जैसे ही कर्नाटक में ढाई दिन की येदियुरप्पा सरकार गिरी राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस कर न केवल इसे कांग्रेस की जीत बताई बल्कि 2019 की संभावनाओं को लेकर भी इरादा साफ कर दिया।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को हराने के लिए कांग्रेस विपक्षी पार्टियों के साथ मिलकर काम करेगी।

कांग्रेस नेता ने कहा कि वह बहुत गौरवान्वित हैं कि विपक्षी एक साथ खड़े रहे और बीजेपी को हरा दिया। हम लगातार ऐसा करना जारी रखेंगे।

उन्होंने बहुमत जुटाने के लिए भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की और उन पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।

राहुल ने कहा कि लोगों ने देखा कि कैसे प्रधानमंत्री कर्नाटक में हमारी पार्टी और जेडी(एस) के विधायकों के खरीद-फरोख्त की अनुमति देते हैं।

उन्होंने कहा, 'वह भ्रष्टाचारी हैं। वह इस देश को बर्बाद करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं और वह इसे सीमा से परे जाकर कर रहे हैं। बीजेपी द्वारा हमारे विधायकों को खरीदने की कोशिश करने वाली टेलीफोन वार्ता सबके सामने है और इसे सीधे दिल्ली से अधिकृत किया गया था।'

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राहुल ने बीजेपी नेताओं पर कर्नाटक, गोवा, मणिपुर में लोगों के जनादेश का अपमान करने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, 'मुझे यह कहने में गर्व महसूस हो रहा है कि उन लोगों(विधायकों) ने दिखाया है कि भारत में सत्ता सबकुछ नहीं है, पैसा सबकुछ नहीं है, भ्रष्टाचार सबकुछ नहीं है। भारत में, लोगों की इच्छाशक्ति सबकुछ है।'

राहुल ने बीजेपी पर कर्नाटक विधानसभा की कार्यवाही का अनादर करने का आरोप लगाया और कहा कि येदियुरप्पा के इस्तीफा देने के बाद राष्ट्रगान भी नहीं हुआ।

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उन्होंने कहा, 'क्या आपने ध्यान दिया कर्नाटक विधानसभा में पूरी प्रक्रिया समाप्त होने के बाद, बीजेपी विधायक और प्रोटेम स्पीकर राष्ट्रगान से पहले उठ गए और सदन से चले गए? यही वजह है, जिसके लिए हम आज लड़ रहे हैं..यह वह विचार है, जिसमें देश के सभी उच्च संस्थानों का दमन करने की कोशिश की जाती है।'

राहुल ने कहा कि मोदी, शाह और आरएसएस को लगता है कि प्रत्येक संस्थान को तबाह किया जा सकता है।

उन्होंने कहा, 'आप इस देश में किसी का भी अपमान कर सकते हैं, क्योंकि आप सत्ता में हैं? बीजेपी और आरएसएस लगातार इसे कर रहे हैं। देश में ऐसा कोई भी उच्च संस्थान नहीं है, जिसके लिए प्रधानमंत्री, अमित शाह और आरएसएस के भीतर आदर है। इन लोगों का मानना है कि प्रत्येक संस्थान का बर्बाद किया जा सकता है।'

राहुल ने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि बीजेपी और आरएसएस को यह सबक मिल गया होगा कि देश के संस्थानों और देश की इच्छाशक्ति का अनादर नहीं किया जा सकता।'

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