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पाकिस्तान में छाए राहुल गांधी, पाक मीडिया ने बनाया पोस्टर बॉय, ये है वजह

कांग्रेस जम्मू-कश्मीर से अनु्च्छेद 370 हटाए जाने के मोदी सरकार के फैसले का शुरुआत से ही विरोध करती नजर आ रही है

Updated on: 26 Aug 2019, 08:11 AM

नई दिल्ली:

कांग्रेस जम्मू-कश्मीर से अनु्च्छेद 370 हटाए जाने के मोदी सरकार के फैसले का शुरुआत से ही विरोध करती नजर आ रही है. इतना ही नहीं वह लगातार जम्मू-कश्मीर में लोगों की आजादी पर अंकुश लगाने का मोदी सरकार पर आरोप लगा रही है. यही वजह है कि अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी पाक मीडिया में छाए हुए हैं और उन्हें हर बयान पर पाकिस्तानी मीडिया नजर बनाए हुए हैं और हाथों हाथ ले भी रही है.

दरअसल शनिवार को राहुल गांधी अऩ्य 11 विपक्षी नेताओं समेत जम्मू-कश्मीर के दौरे पर गए थे लेकिन उन्हें श्रीनगर ए.रपोर्ट से ही वापस भेज दिया गया. इसके बाद रविवार को उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, लोगों की आजादी पर अंकुशों को लगाए हुए 20 दिन हो चुके हैं. विपक्ष के नेता और प्रेस की तरफ से जम्मू-कश्मीर का दौरा करने की कोशिश की गई तो अहसास हुआ कि कैसे लोगों पर बल प्रयोग किया जा रहा है और प्रशासन क्रुरता पर उतर आया है.

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अपने इस ट्वीट के साथ राहुल गांधी ने एक वीडियो भी शेयर की है जिसमें वह कहते नजर आ रहे हैं कि वे राज्यपाल सत्यपाल मलिक के कहने पर यहां आए हैं. इसी के साथ वो अधिकारियों को सुझाव भी देते नजर आए कि उन्हें एक साथ समूह में नहीं तो व्यक्तिगत रूप से दौरा करने दिया जाए. इस वीडियो में राहुल गांधी ने ये भी आरोप लगाया कि प्रतिनिधिमंडल के साथ पहुंचे मीडियाकर्मियों के साथ बदसलूकी की गई. इससे साफ जाहिर है कि राज्य में सब ठीक नहीं है. अपने इस बयान से राहुल गांधी पाक मी़डिया में छाए हुए हैं और पोस्टर बॉय बना दिया गया है. 

राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने क्या कहा?

इससे पहले जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने भी राहुल गांधी की कश्मीर यात्रा पर बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि अभी यहां उनकी कोई जरूरत नहीं है. उसकी जरूरत थी जब उनके सहयोगी कश्मीर मसले को लेकर संसद में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि अगर राहुल गांधी कश्मीर में स्थिति को बढ़ाने के लिए यहां आना चाहते हैं. दिल्ली में राहुल गांधी ने जो झूठ बोला था उसी को दोहराना चाहते हैं. यह अच्छी बात नहीं है.

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सत्यपाल मलिक ने कहा कि मैंने राहुल गांधी को सद्भावना से आमंत्रित किया था, लेकिन उन्होंने राजनीति करना शुरू कर दिया. यह इन लोगों द्वारा राजनीतिक कार्रवाई के अलावा कुछ नहीं था. पार्टियों को इन समय में राष्ट्रीय हित को ध्यान में रखना चाहिए.