नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में कांग्रेस के राष्ट्रपति भवन तक मार्च को पुलिस ने रोक दिया है. पुलिस की ओर से राहुल गांधी (Rahul Gandhi) सहित कुल तीन ही नेताओं को राष्ट्रपति से मिलने की इजाजत दी गई. पुलिस ने कांग्रेस मुख्यालय के बाहर धारा-144 लगा दी थी. राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर जमकर हमला बोला.
राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने कहा कि हम तीन लोग राष्ट्रपति के पास गए थे. हम करोड़ों किसानों के हस्ताक्षर लेकर गए. किसानों की आवाज राष्ट्रपति तक ले गए हैं. उन्होंने कहा कि सर्दी का मौसम है और पूरा देश देख रहा है कि किसान दुख में है, दर्द में है और मर रहा है, पीएम को सुनना पड़ेगा. मैं अडवांस में बोल देता हूं. मैंने कोरोना पर बोला था कि नुकसान होने जा रहा है, आज फिर बोल रहा हूं कि किसान और मजदूर के सामने कोई ताकत नहीं चलेगी. इससे बीजेपी आरएसएस नहीं, देश को नुकसान होने जा रहा है. यह किसान विरोधी कानून है.
राहुल गांधी ने कहा कि इस बल से किसान और मजूदरों को जबर्दस्त नुकसान होने वाला है. सरकार ने कहा था कि कानून किसान के फायदे के लिए है लेकिन किसान इस कानून के खिलाफ खड़ा है. सरकार को यह नहीं सोचना चाहिए कि किसान और मजदूर घर चले जाएंगे, नहीं जाएंगे. जब तक कानून वापस नहीं लिया जाएगा. संसद का जॉइंट सेशन बुलाइए और कानून को वापस लीजिए. हम किसानों के साथ खड़े हैं.
राहुल गांधी ने कहा कि हम लोकतंत्र में रह रहे हैं और ये चुने गए सांसद हैं. उन्हें राष्ट्रपति से मिलने का अधिकार है, उन्हें अनुमति मिलनी चाहिए. सरकार को क्या दिक्कत है? बॉर्डर पर खड़े लाखों किसानों की आवाज सरकार क्यों नहीं सुन रही है. किसानों के लिए जिस तरह के नामों का इस्तेमाल किया गया, वह पाप है. अगर सरकार उन्हें देशद्रोही कह रही है तो सरकार पापी है. राहुल ने केंद्र सरकार पर बरसते हुए कहा कि अगर संघ प्रमुख भागवत किसी दिन मोदी के खिलाफ खड़े हो गए, तो उन्हें भी आतंकवादी बता दिया जाएगा.
Source : News Nation Bureau