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जम्मू-कश्मीर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने पर नेताओं की गिरफ्तारी, राहुल गांधी ने कही ये बात

शासन की कार्रवाई अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक है. हम लोगों के छीने गए अधिकारों को उजागर करने और पार्टी नेताओं की गिरफ्तारी तथा नजरबंदी को रेखांकित करने के लिए संवाददाता सम्मेलन करने वाले थे

Updated on: 16 Aug 2019, 11:38 PM

highlights

  • JK में नेताओं की गिरफ्तारी पर राहुल गांधी ने की निंदा
  • सरकार ने कांग्रेस नेताओं को प्रेस कॉन्फ्रेंस करने से रोका
  • प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले जबरन हिरासत में लिया गया

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कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर में प्रेस कॉन्फ्रेंस रोके जाने के बाद हिरासत में लिए गए नेताओं की निंदा की है. राहुल गांधी ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए बताया कि, 'मैं जम्मू-कश्मीर पीसीसी चीफ, गुलाम अहमद मीर और प्रवक्ता, रविंदर शर्मा की आज जम्मू में गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करता हूं. एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल के खिलाफ यह अकारण कार्रवाई ने लोकतंत्र को एक और झटका दिया है. यह पागलपन कब खत्म होगा?'

इसके पहले शुक्रवार को कांग्रेस की जम्मू कश्मीर इकाई को शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन करने से रोक दिया गया और पुलिस ने पार्टी के मुख्य प्रवक्ता और पूर्व एमएलसी रविंदर शर्मा को यहां पार्टी मुख्यालय में हिरासत में ले लिया. शर्मा शहीदी चौक स्थित पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करने वाले थे. तभी एक पुलिस पार्टी वहां पहुंची और उनसे साथ चलने को कहा क्योंकि एक वरिष्ठ अधिकारी उनसे बातचीत करना चाहते थे.

शर्मा ने इसका विरोध किया और कहा कि वह प्रतीक्षारत मीडियाकर्मियों को संबोधित करने जा रहे हैं. लेकिन उन्हें जबरन एहतियाती हिरासत में ले लिया गया और पुलिस स्टेशन ले जाया गया. पार्टी की ओबीसी इकाई के अध्यक्ष सुरेश कुमार डोगरा ने बाद में संवाददाताओं से कहा, ‘प्रशासन की कार्रवाई अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक है. हम लोगों के छीने गए अधिकारों को उजागर करने और पार्टी नेताओं की गिरफ्तारी तथा नजरबंदी को रेखांकित करने के लिए संवाददाता सम्मेलन करने वाले थे.’  उन्होंने शर्मा को हिरासत में लिए जाने को संविधान द्वारा प्रदत्त अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लंघन बताया.

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डोगरा ने कहा, ‘यह पूरी तरह से तानाशाही है और लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात रखने के हमारे अधिकार का अतिक्रमण है... हम अनुच्छेद 370 पर सरकार के कदम के खिलाफ विद्रोह शुरू नहीं करने जा रहे हैं.’ एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए शर्मा को एहतियाती हिरासत में लिया गया है. अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा, ‘ऐसी आशंका थी कि उनका भाषण लोगों को उकसा सकता है तथा कानून व्यवस्था की समस्या पैदा हो सकती है.’ 

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