आम आदमी पार्टी (AAP) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर एक खास मकसद को पूरा करने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है. आप के राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि जितने भी विपक्षी पार्टियों के नेताओं पर सीबीआई-ईडी के मुकदमे चल रहे हैं, अगर वो बीजेपी में शामिल हो जाते हैं तो उनके सारे केस बंद हो जाएंगे. उन्होंने तथाकथित भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे सुभेंदु अधिकारी, नारायण राणे, हिमंत विश्व सरमा और मुकुल राय का उदाहरण देते हुए कहा कि अगर इन नेताओं की तरह मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, तेजस्वी यादव, संजय राउत, फरूक अब्दुल्ला, के. कविता भी अपनी पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो जाएं तो उनके भी सारे मुकदमे बंद हो जाएंगे. उन्होंने केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के पीछे का कारण बताते हुए कहा कि भारत को विपक्ष मुक्त बनाना ही बीजेपी का मकसद है, ताकि देश में एक ही पार्टी और एक ही नेता हो तथा विपक्षी पार्टियों और उनके नेता अपना सिर न उठा सके.
राघव चड्ढा ने पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि विपक्षी नेताओं की एक लंबी लिस्ट है, जिन पर सीबीआई और ईडी के केस राजनीतिक साजिश के तहत दर्ज किए गए हैं. ऐसे भी कई नेताओं की लंबी लिस्ट है, जो कभी विपक्षी पार्टियों का हिस्सा थे. उन पर गंभीर आरोप लगे और सीबीआई-ईडी ने केस दर्ज किए. वे लोग जैसे ही अपनी पार्टी को छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए, उन पर चल रहे सारे मुकदमे बंद हो गए.
उन्होंने आगे कहा कि एक तरफ मनीष सिसोदिया हैं, जिन पर पिछले साल अगस्त के महीने में ईडी और सीबीआई ने केस दर्ज किए थे. भाजपा की इन एजेंसियों ने अगस्त 2022 से लेकर मार्च 2023 तक मनीष सिसोदिया के घर, पैतृक गांव, दफ्तर, बैंक अकाउंट, लॉकर की जांच की, लेकिन जांच अधिकारियों को एक भी पैसा नहीं मिला. इसके बाद भी ईडी-सीबीआई ने राजनैतिक कारणों के चलते सिसोदिया को जेल में बंद कर दिया. वहीं, कर्नाटक में कुछ दिन पहले ही बीजेपी के विधायक के घर से छापेमारी में 8 करोड़ रुपये बरामद किए गए थे, लेकिन उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई. जांच तक के लिए उनको नहीं बुलाया गया. इन जांच एजेंसियों ने अदालत से उसको अग्रिम जमानत दिवला दी.
राघव चड्ढा ने कहा कि मनीष सिसोदिया का एक ही अपराध है कि उन्होंने सीएम अरविंद केजरीवाल और AAP का दामन थामा एवं लाखों बच्चों की जिंदगी बदलने का काम किया. जब-जब बीजेपी ने अपनी पार्टी में शामिल होने के लिए कहा, तब-तब सिसोदिया ने कहा कि मैं जहर खाना पसंद करूंगा, लेकिन बीजेपी में शामिल होना पसंद नहीं करूंगा.
सीबीआई ने 2014 से 2022 के बीच इन पार्टियों के नेताओं पर दर्ज किए केस
तृणमूल कांग्रेस- सीबीआई ने TMC के 30 नेताओं पर केस दर्ज किए हैं.
कांग्रेस - कांग्रेस के 26 नेताओं पर सीबीआई ने केस दर्ज किए हैं.
आरजेडी- आरजेडी के खिलाफ 10 मुकदमे दर्ज हैं.
बिजू जनता दल- बिजू जनता दल के 10 नेताओं पर केस दर्ज हैं.
वाईएसआर सीपी- वाईएसआर सीपी के खिलाफ 5 केस हैं.
टीडीपी- टीडीपी के खिलाफ 5 केस दर्ज हैं.
आम आदमी पार्टी- आम आदमी पार्टी के 4 नेताओं पर CBI के केस दर्ज हैं.
समाजवादी पार्टी- सपा के 4 नेताओं के खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं.
एआईएडीएमके- एआईएडीएमके के 4 नेताओं के खिलाफ केस दर्ज हैं.
सीपीएम- सीपीएम के 4 नेताओं पर केस हैं.
एनसीपी- एनसीपी के 3 नेताओं पर सीबीआई के केस दर्ज हैं.
एनसी- नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) के 2 नेताओं पर केस हैं.
डीएमके- डीएमके के 2 नेताओं पर केस हैं.
पीडीपी- पीडीपी के एक नेता पर सीबीआई ने केस दर्ज किया है.
टीआरएस- टीआरएस के 2 नेताओं पर केस है
मनीष सिसोदिया को जमानत न मिले, इसलिए CBI ने अपने वकील को कोर्ट में पेश नहीं किया : राघव चड्ढा
राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा ने कहा कि सीबीआई कोर्ट में शुक्रवार को मनीष सिसोदिया को बेल मिलने वाली थी. अदालत ने फैसला सुरक्षित करने और जमानत देने का विचार बना लिया था, लेकिन सिसोदिया को जमानत न मिले, इसके लिए CBI ने कोर्ट में वकील को ही पेश नहीं किया. वकील पेश न होने की वजह से 11 दिन बाद की तारीख पड़ गई. साथ ही ईडी ने भी केस कर सिसोदिया को गिरफ्तार करने का मन बना लिया. एक ही केस और तथ्य हैं, लेकिन अलग-अलग जांच एजेंसी पकड़ लेती है. देश में बीजेपी एजेंसी-एजेंसी खेल कर विपक्ष को खत्म कर रही है. इनका मकसद वन नेशन, वन पार्टी, वन लीडर में इस देश को तब्दील करना है.
Source : News Nation Bureau