कांग्रेस का आरोप, राफेल डील के नाम पर मोदी सरकार बहा रही है पैसा

काग्रेस ने सरकार पर चुप्पी साधने का आरोप लगाते हुए पूछा कि भारत को आख़िर अन्य देशों की तुलना में एक विमान के लिए 350 करोड़ रुपये ज्यादा क्यों देने पड़ रहे हैं।

काग्रेस ने सरकार पर चुप्पी साधने का आरोप लगाते हुए पूछा कि भारत को आख़िर अन्य देशों की तुलना में एक विमान के लिए 350 करोड़ रुपये ज्यादा क्यों देने पड़ रहे हैं।

author-image
Deepak K
एडिट
New Update
कांग्रेस का आरोप, राफेल डील के नाम पर मोदी सरकार बहा रही है पैसा

गुलाम नबी आजाद, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता

कांग्रेस ने एक बार फिर से राफेल लड़ाकू विमानों की कीमत और सौदे में रक्षा मानकों का उल्लंघन को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है।

Advertisment

काग्रेस ने सरकार पर चुप्पी साधने का आरोप लगाते हुए पूछा कि भारत को आख़िर अन्य देशों की तुलना में एक विमान के लिए 350 करोड़ रुपये ज्यादा क्यों देने पड़ रहे हैं।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और रणदीप सिंह सुरजेवाला ने संसद भवन में संवादाताओ से बात करते हुए कहा, 'मोदी सरकार ने इस पूरे सौदे में पारदर्शिता को ताक पर रखा है, रक्षा सौदे के मानकों का पालन नहीं किया है और राष्ट्रहित तथा देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया है।'

उन्होंने कहा, 'फ्रांस की जिस कंपनी से इन विमानों को खरीदा जा रहा है, उसने मिस्र तथा कतर को भी यही लड़ाकू विमान बेचे हैं। इन दोनों देशों को इन विमानों को उसने जिस कीमत पर बेचा है उसकी तुलना में भारत को प्रति विमान 350.90 करोड़ रुपये ज्यादा का भुगतान करना पड़ रहा है। इस तरह से 36 लड़ाकू विमानों के लिए देश को 12 हजार 632 करोड़ रुपये ज्यादा देने पड़ेंगे।'

कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि भारत सरकार देश की सुरक्षा का हवाला देकर इन विमानों की कीमत बताने से इन्कार कर रही है, जबकि फ्रांसीसी विमान निर्माता कंपनी डसॉल्ट एविएशन ने इसका खुलासा कर दिया है।

उन्होंने कहा, 'कंपनी ने 2016 की अपनी वार्षिक रिपोर्ट में इन विमानों की जो कीमत बतायी है, उसके अनुसार इन दोनों देशों को एक विमान 1319.80 करोड़ रुपये में बेचा गया है, जबकि भारत को यही विमान 1670.70 करोड़ रुपये में बेचा जा रहा है।'

और पढ़ें- INX मीडिया केस: कार्ति चिदंबरम की सीबीआई रिमांड 12 मार्च तक बढ़ी

Source : News Nation Bureau

BJP congress Rafale Deal
Advertisment