रेस कोर्स का नाम बदलकर 'लोक कल्याण मार्ग' रखा गया है। ऐसा कहा जा रहा है कि नाम को बदलने में बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी की अहम भूमिका है। नई दिल्ली से बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने नई दिल्ली म्यूनसिपिल काउंसिल (एनडीएमसी) को प्रस्ताव भेजा था कि इसका नाम बदला जाए। एनडीएमसी ने इस प्रस्ताव को मान लिया।
नाम बदलते ही राजनीति शुरू हो गई है। आम आदमी पार्टी के नेता आशुतोष ने ट्वीटर पर बीजेपी को घेरा। उन्होंने कहा, ''बीजेपी को श्री गुरू गोविंद सिंह जी के नाम पर 7RCR का नाम रखने पर क्यों आपत्ति है ? ध्यान रहे मोदी सरकार में अकाली शामिल है।''
दूसरे ट्वीट में आशुतोष ने मामले को राजनीतिक रंग देते हुए अकाली दल को चेतावनी के लहजे में कहा, ''अरविंद ने सुझाया श्री गुरू गोविंद सिंह जी का नाम। बीजेपी ने नही सुना। क्यों ? बीजेपी जवाब दो ? अकाली सुन लो!!''
गौरतलब है कि पहले ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि 7 रेस कोर्स का नाम बदलकर '7 एकात्म मार्ग' रखा जा सकता है। लेकिन इन सभी अटकलों को विराम लगाते हुए एनडीएमसी ने इस मार्ग का नाम 'लोक कल्याण मार्ग' रखा।
ये हैं 7, LKM (पूर्व में 7, RCR) के 5 अनजाने पहलू-
1- 7 LKM का परिसर 12 एकड़ में फैला हुआ है। 7 LKM में पांच बंगले हैं। 1,3,5,7 और 9 जिसमें से बंगला नं- 7 को प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है।
2- प्रधानमंत्री आवास को 'पंचवटी' भी कहते हैं। पंचवटी को ब्रिटिश आर्किटेक्ट रॉबर्ट टोर रसेल ने डिज़ाइन किया था जो साल 1920-30 के बीच एडविन लुटियन के साथ नई दिल्ली को डिज़ाइन कर रहे थे।
3- इंदिरा गांधी की हत्या के बाद 7 LKM को प्रधानमंत्री आवास के रूप इस्तेमाल किया जाने लगा। इससे पहले 1, सफदरजंग रोड प्रधानमंत्री कार्यालय और निवास होता था।
4- साल 1984 में 7 LKM में रहने वाले पहले प्रधानमंत्री राजीव गांधी थे।
5- पीएम नरेंद्र मोदी 7 LKM में बिना परिवार के रहने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं। प्रधानमंत्री मोदी 5 LKM में रहते हैं, जिसे पूर्व में राजीव गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी ने भी अपना आवास बनाया था जबकि 7 LKM पीएम मोदी का प्रधानमंत्री कार्यलय (PMO) है।