IRCTC टेंडर घोटालाः तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी को पटियाला हाउस कोर्ट ने दी जमानत

मामला 2006 में रांची और पुरी में दो आईआरसीटीसी होटलों के अनुबंधों के आवंटन में कथित अनियमितताओं से संबंधित है।

मामला 2006 में रांची और पुरी में दो आईआरसीटीसी होटलों के अनुबंधों के आवंटन में कथित अनियमितताओं से संबंधित है।

author-image
abhiranjan kumar
एडिट
New Update
IRCTC टेंडर घोटालाः तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी को पटियाला हाउस कोर्ट ने दी जमानत

IRCTC टेंडर घोटालाः मामले में तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी को पटियाला हाउस कोर्ट से जमानत मिल गई है। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव शुक्रवार यानि 31 अगस्त को पटियाला हाउस कोर्ट में सुनवाई के लिए पेश हुए थे। आईआरसीटीसी मामले में कोर्ट ने लालू प्रसाद उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजस्वी यादव समेत अन्य आरोपियों को 31 अगस्त को अदालत में पेश होने के लिए समन भेजा था।

Advertisment

पेशी को लेकर एक सवाल के जवाब में तेजस्वी ने कहा था, 'न्यायिक प्रक्रिया है, पूरा तो करना ही होगा।' मामला 2006 में रांची और पुरी में दो आईआरसीटीसी होटलों के अनुबंधों के आवंटन में कथित अनियमितताओं से संबंधित है।

लालू पर आरोप है कि वह रेल मंत्री रहते हुए एक निजी कंपनी द्वारा पटना में एक महत्वपूर्ण जगह पर तीन एकड़ का व्यावसायिक प्लॉट बतौर रिश्वत लिया था। इधर, रांची में सीबीआई अदालत के सामने  समर्पण कर दिया है।

अदालत के सामने सरेंडर करने के बाद लालू प्रसाद यादव सीधे बिरसा मुंडा जेल पहुंचे। यहां से उन्हें इलाज के लिए रिम्स भर्ती कराया गया। वहीं, लालू यादव के वकील प्रभात कुमार ने लालू के सरेंडर की जानकारी देते हुए कहा,'एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट के डॉक्टर उनकी जांच करेंगे और फिर अदालत को उनकी हालत के बारे में सूचित करेंगे।'

इसे भी पढ़ेंः लालू यादव की आजादी खत्म, पहुंचे बिरसा मुंडा जेल

गौरतलब है कि लालू यादव चारा घोटाले में दोषी करार दिए जाने के बाद 23 दिसंबर, 2017 से रांची के बिरसा मुंडा जेल में बंद थे। लालू को 2013 के बाद चारा घोटाले के चार मामलों में दोषी करार दिया गया है। दुमका, देवघर और चाईबासा कोषागार मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने उन्हें 14 साल कारावास की सजा सुनाई थी।

इसे भी पढ़ेंः तिरंगे के अपमान का विवादास्पद फोटो फेसबुक पर किया पोस्ट, युवक गिरफ्तार

करोड़ों रुपये का चारा घोटाला लालू यादव के बिहार के मुख्यमंत्री रहने के दौरान 1990 के दशक में सामने आया था। पटना हाई कोर्ट के निर्देश पर जांच को केंद्रीय जांच ब्यूरो को सौंपा गया था।

Source : News Nation Bureau

Tejashwi yadav IRCTC Scam Patiala House Court IRCTC Rabri Devi
      
Advertisment