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मरणोपरांत अशोक चक्र सम्मान ग्रहण करती शहीद निराला की पत्नी (एएनआई)
भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के गरुड़ कमांडो ज्योति प्रकाश निराला, जो जम्मू एवं कश्मीर में आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हो गए थे, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें शुक्रवार को मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया। लेकिन सम्मान देते समय राष्ट्रपति भावुक हो गए।
अशोक चक्र शांति के समय दिया जाना वाला देश का सबसे बड़ा सैन्य सम्मान है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने यहां राजपथ पर आयोजित 69वें गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान निराला की पत्नी को यह सम्मान प्रदान किया।
#AshokaChakra awarded to Late Air Force Commando JP Nirala, who lost his life in Bandipora encounter. President Kovind presents award to JP Nirala's mother and wife. #RepublicDaypic.twitter.com/S6E7pJysdP
— ANI (@ANI) January 26, 2018
निराला बिहार के रोहतास जिले के बडीलाडीह गांव के रहने वाले थे और वह 18 नवंबर 2017 को जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा के हाजिन में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गये थे।
गरुड़ की टुकड़ी ने जिस घर में आतंकवादी छिपे हुए थे, वहां चारों ओर से घात लगाया। निराला ने खुद को आतंकवादियों के ठिकाने के पास रखा, ताकि आतंकवादी बच कर नहीं निकल पाए।
जब सैन्य टुकड़ी आतंकवादियों के बाहर निकलने का इंतजार कर रही थी, तभी छह आतंकवादी बाहर भागते हुए आए और सैनिकों पर उन्होंने अंधाधुंध गोलियां बरसाई और हथगोले फेंकना शुरू कर दिए।
निराला ने लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों को मार गिराया और दो को घायल कर दिया। मुठभेड़ के दौरान वह भी गोली लगने से घायल हुए।
गंभीर रूप जख्मी होने के बावजूद निराला ने गोलीबारी करनी जारी रखी और आखिरकार दम तोड़ दिया। इस दौरान सभी छह आतंकवादी मारे गए।
Source : News Nation Bureau