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विदेश हवाई यात्रा के लिए RT-PCR रिपोर्ट पर QR Code का होना जरूरी

बगैर क्यूआर कोड वाली RT-PCR रिपोर्ट के हवाई यात्रियों को विमान में जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एयरपोर्ट के ऊपर यात्री कोरोना की फर्जी रिपोर्ट को दिखाकर यात्रियों को यात्रा करते हुए देखा गया है.

Updated on: 22 May 2021, 01:40 PM

highlights

  • हवाई यात्रियों को क्यूआर कोड वाली कोरोना RT-PCR निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी
  • क्यूआर कोड वाली कोरोना की रिपोर्ट के जरिए लैब और रिपोर्ट की वैलिडिटी का पता चल जाएगा

नई दिल्ली:

कोरोना काल में अगर आप विदेश यात्रा करने की योजना बना रहे हैं तो एयरपोर्ट पर एक नया नियम लागू हो गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एयरपोर्ट पर अब विदेश जाने वाले हवाई यात्रियों को क्यूआर कोड (QR Code) वाली कोरोना RT-PCR निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी. नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इसको लेकर फैसला लिया है. बगैर क्यूआर कोड वाली RT-PCR रिपोर्ट के हवाई यात्रियों को विमान में जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एयरपोर्ट के ऊपर यात्री कोरोना की फर्जी रिपोर्ट को दिखाकर यात्रियों को यात्रा करते हुए देखा गया है.   

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक क्यूआर कोड वाली कोरोना की रिपोर्ट के जरिए अब लैब और रिपोर्ट की वैलिडिटी का पता चल जाएगा. बता दें कि अभी तक बहुत सी लैब में क्यूआर कोड की सुविधा नहीं थी लेकिन अब ज्यादातर लैब ने आरटी-पीसीआर रिपोर्ट क्यूआर कोड के साथ देना शुरू कर दिया है. आरटी-पीसीआर रिपोर्ट पर क्यूआर कोड होने की वजह से टेस्ट की पूरी जानकारी सामने आ जाएगी. इसके अलावा एयरपोर्ट पर फर्जी रिपोर्ट के साथ यात्रा करने वाले यात्रियों को पकड़ा जा सकेगा. 

बता दें कि देश में कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए कई देशों ने भारत की ओर जाने वाली और वहां से आने वाली उड़ान सेवाओं पर रोक लगा रखी है. बता दें कि भारत ने भी पिछले महीने 30 अप्रैल को उड़ान सेवाओं को लेकर जारी किए गए सर्कुलर में अंतर्राष्‍ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों के परिचालन पर लगाए गए प्रतिबंध को 31 मई 2021 तक बढ़ा दिया था. हालांकि सर्कुलर में इसकी जानकारी भी दी गई थी कि कुछ जरूरी मामलों में चुनिंदा रूट पर विदेशी उड़ान सेवाओं के लिए मंजूरी दी जा सकती है. सर्कुलर में कहा गया था कि यह प्रतिबंध अंतर्राष्‍ट्रीय कार्गो संचालन और उड़ानों पर लागू नहीं होगा. गौरतलब है कि पिछले साल 25 मार्च 2020 को पैसेंजर एयर सर्विसेज को निलंबित कर दिया था. हालांकि 25 मई 2020 से घरेलू उड़ान सेवाओं को फिर से शुरू कर दिया गया था.

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कनाडा, हांगकांग और मलेशिया ने उड़ानों पर लगाई रोक
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कनाडा ने भारत और पाकिस्तान की ओर से आने वाले यात्री विमानों के आगमन पर लगे प्रतिबंध को 30 दिन के लिए बढ़ाने का फैसला किया है. कनाडा के परिवहन मंत्री ओमार अलघाबरा का कहना है कि हवाई उड़ान को लेकर लगाया गया यह प्रतिबंध 21 जून तक प्रभावी रहेगा. उनका कहना है कि कनाडा ने 22 अप्रैल को भारत में संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद से हवाई उड़ानों पर प्रतिबंध लगाना शुरू कर दिया था. हालांकि मालवाहक विमानों पर यह प्रतिबंध का आदेश लागू नहीं होगा. वहीं हांगकांग और मलेशिया ने भी भारत के लिए हवाई उड़ानों पर प्रतिबंध लगाया दिया है. बता दें कि वंदे भारत मिशन की उड़ानों को मलेशिया से अस्थायी रूप से निलंबित करने का निर्णय लिया गया है.

ऑस्ट्रेलिया ने भारत से आने वाली उड़ान पर लगी पाबंदी को हटाया
भारत से ऑस्ट्रेलिया के लिए आने वाली उड़ानों पर लगाया गया प्रतिबंध 14 मई की आधी रात से खत्म हो गया है. बता दें कि भारत में कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए ऑस्ट्रेलिया ने भारत से आनेवाली उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया था.  
 
इन देशों ने भी लगाया है प्रतिबंध
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, सऊदी अरब, इंडोनेशिया, ईरान, इटली, कंबोडिया, मालदीव, सिंगापुर, जापान, कुवैत, नेपाल, पाकिस्तान, पुर्तगाल, ब्रिटेन और यूएई जैसे देशों ने भारत से उड़ान पर रोक लगाई हुई है. बता दें कि भारत ने केन्या, भूटान और फ्रांस समेत 27 देश के साथ एयर बबल समझौता किया हुआ है.