logo-image

कौन शह दे रहा है नवजोत सिंह सिद्धू को, मुख्‍यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पाकिस्तान न जाने की बात नहीं मानी

सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा उन्होंने सिद्धू को पाकिस्तान नहीं जाने की सलाह दी थी. लेकिन उन्होंने कहा कि वो वहां जाने का वादा कर चुके हैं.

Updated on: 28 Nov 2018, 10:02 AM

नई दिल्ली:

करतारपुर कॉरिडोर पर पाकिस्तान की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में इमरान खान के न्योते पर पंजाब सरकार के मंत्री और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तान जाने पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा उन्होंने सिद्धू को पाकिस्तान नहीं जाने की सलाह दी थी. लेकिन उन्होंने कहा कि वो वहां जाने का वादा कर चुके हैं. जब मैंने उन्हें अपना रुख बताया तो उन्होंने कि यह निजी दौरा है.

सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा, मैं किसी को भी निजी दौरे पर जाने से नहीं रोक सकता लेकिन यह कोई आधिकारिक दौरा नहीं है. गौरतलब है कि करतारपुर कॉरिडोर बनाने के भारत सरकार के फैसले के बाद पाकिस्तान सरकार ने भी अपने क्षेत्र में इस कॉरिडोर के निर्माण का फैसला लिया था. इस सिलसिले में आयोजित एक कार्यक्रम में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह और सिद्धू को पाकिस्तान आने का न्योता दिया था जिसके सीएम सिंह ने ठुकरा दिया लेकिन सिद्धू उसे स्वीकार करते हुए आज पाकिस्तान पहुंच गए.

पाकिस्तान 28 नवंबर को सीमा पर अपनी ओर करतारपुर कॅोरिडोर की आधारशिला रखेगा. पिछले हफ्ते पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने नवजोत सिंह सिद्धू ,सुषमा स्वराज, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और राज्य मंत्री और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू को निमंत्रण दिया था. यह निमंत्रण केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा 2019 में गुरु नानक की 550वीं जयंती से पहले पाकिस्तान के साथ लगी अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पंजाब के गुरदासपुर जिले से एक गलियारा बनाने का फैसला करने के बाद शनिवार को आया था.

पाकिस्तान पहुंचे सिद्धू करतारपुर कॉरिडोर को लेकर आयोजित आधारशिला कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. इससे पहले नवजोत सिंह सिद्धू ने लाहौर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान कांग्रेस नेता ने कहा, 'करतारपुर कॉरिडोर अपार संभावनाओं, शांति, ट्रेड संबंध का रास्ता है. मुझे ऐसा लगता है कि ये कॉरिडोर दोनों देशों के बीच दुश्मनी को खत्म करने का काम करेगा. यह कॅारिडोर ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ेगा और शांति लाएगा.'

वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पकिस्तान जाने से यह कहते हुए इनकार कर दिया है कि जब तक पाकिस्तान भारतीय सैनिकों पर हमले करना बंद नहीं करेगा, वह गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के दर्शन करने पाकिस्तान नहीं जाएंगे. दरअसल पाकिस्तान में 28 नवंबर को करतारपुर साहिब कॉरीडोर का भूमि पूजन कार्यक्रम है.

बता दें कि कुरैशी ने सुषमा स्वराज, नवजोत सिंह सिद्धू , कैप्टेन अमरिंदर सिंह को न्योता भेजा था. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने निमंत्रण का जवाब देते हुए कहा कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल और आवास एवं शहरी मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी नरेंद्र मोदी सरकार का प्रतिनिधित्व करेंगे. सोमवार को उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू गुरदासपुर जिले के मान गांव में नए घोषित डेरा बाबा नानक-करतारपुर साहिब रोड गलियारे की आधारशिला रखी थी.

इससे पहले नवंबर में, पाकिस्तान ने गुरु नानक की 549वीं जयंती के जारी समारोहों के लिए सिख तीर्थयात्रियों को 3,800 से अधिक वीजा जारी किए थे. करतारपुर साहिब गलियारे के निर्माण की मांग भारत दो दशक से करता आ रहा है, जहां गुरुनानक का निधन 1539 में हुआ था. यह धार्मिक स्थल भारतीय सीमा से दिखाई पड़ता है.