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नाभा जेल में कैदी हत्या मामले में SIT की होगी जांच, मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने दिए आदेश

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने धर्म ग्रंथ बेअदबी मामला में जेल में बंद आरोपी की हत्या मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है.

Updated on: 24 Jun 2019, 06:46 PM

highlights

  • धर्म ग्रंथ बेअदबी मामला में जेल में बंद आरोपी की हत्या मामला
  • सीएम अमरिंदर सिंह ने एसआईटी जांच के दिए आदेश
  • महेंद्रपाल सिंह उर्फ बिट्टू की नाभा जेल में हत्या कर दी गई

नई दिल्ली:

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने धर्म ग्रंथ बेअदबी मामला में जेल में बंद आरोपी की हत्या मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है. एसआईटी का नेतृत्व एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर ईश्वर सिंह करेंगे. पंजाब के नाभा की हाई सिक्योरिटी जेल में आरोपी की हत्या हुई थी.पंजाब के बरगाड़ी में धार्मिक ग्रंथ की बेअदबी मामले के मुख्य आरोपी महेंद्रपाल सिंह उर्फ बिट्टू की नाभा जेल में हत्या कर दी गई थी. शनिवार को दो कैदियों पर महेंद्रपाल सिंह की हत्या का आरोप लगाया है. इस मामले में असिस्टेंट जेल सुपरिटेंडेंट और दो जेल वॉर्डनों को सस्पेंड किया गया है. इसके साथ ही जेल सुप्रीडेंट को भी सस्पेंड करने के आदेश दिए गए हैं.

महेंद्र सिंह उर्फ बिट्टू पंजाब के बरगाड़ी में 2015 में गुरु ग्रंथ साहिब को अपवित्र करने के मामले में मुख्य संदिग्ध था. बिट्टू कोटकपुरा कस्बे का रहने वाला था. वह हरियाणा के पंचकूला शहर में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को 2017 में दोषी करार दिए जाने के बाद हुई हिंसा सहित कई मामलों में वांछित था. बिट्टू को विशेष जांच दल ने हिमाचल प्रदेश के पालमपुर कस्बे से बीते साल गिरफ्तार किया था.

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वह गुरमीत राम रहीम सिंह का करीबी माना जाता था. गुरमीत राम रहीम एक पत्रकार की हत्या के लिए आजीवन कारावास की सजा काट रहा है. इसके साथ ही दो महिला शिष्याओं के साथ दुष्कर्म के लिए 20 साल की सजा काट रहा है. धार्मिक ग्रंथ के अनादर का मामला कथित तौर पर फरीदकोट के बरगाड़ी गांव में अक्टूबर 2015 में गुरु ग्रंथ साहिब को अपवित्र करने से जुड़ा है.

(इनपुट IANS के साथ)