पुलवामा हमले (Pulwama Terror Attack) के बाद भारत को वैश्विक समुदाय का साथ मिलने लगा है. फ्रांस ने पहले ही मसूद अजहर और उसके संगठन जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र में प्रस्ताव लाने की बात बोल चुका है. उसके अलावा अमेरिका के राष्ट्रपति ने भी भारत का साथ देने की बात कही है. अमेरिका ने तो यह भी कहा है कि भारत को आत्मरक्षा का अधिकार है और उसे कोई नहीं छीन सकता. रूस ने भी हरसंभव सहायता देने की बात कही है. ब्रिटेन के उच्चायुक्त ने भी कहा है कि पुलवामा हमले पर वह भारत के साथ हैं.
रूस के मंत्री डेनिस मंतुरोव ने कहा है, हम भी चाहते हैं कि जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किया जाए और उस पर प्रतिबंध लगाया जाए. डेनिस ने यह भी कहा कि हम पुलवामा की घटना को लेकर अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं. ब्रिटेन के उच्चायुक्त डोमिनिक एश्क्विथ ने कहा, भारत और ब्रिटेन दोनों आतंकवाद से पीड़ित हैं. इस कारण पिछले हफ्ते भारत के कश्मीर में जो कुछ भी हुआ, उसका हमें अपार दुख है. हम अपने संवेदना व्यक्त करते हैं और यह संदेश देना चाहते हैं कि जहां भी आतंकवाद है, उसके खात्मे के लिए एक साथ काम करेंगे.
दूसरी ओर, भारत के दौरे पर आए सऊदी अरब के क्राऊन प्रिंस ने कहा, आतंकवाद को लेकर हमारी सोच एक है. हम अपने दोस्त भारत को कहना चाहते हैं कि हम हर फ्रंट पर उसका साथ देंगे. हम अपनी अगली पीढ़ी के लिए एक चमकदार भविष्य की नींव रखना चाहते हैं.
Source : News Nation Bureau