जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार को जिन दो आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया, उसमें एक की पत्नी ने उसे खुद को सरेंडर करने की गुहार भी की थी लेकिन सभी की कोशिश बेकार चली गई। आखिरकार आतंकी शफीक शेरगुजारी ने किसी का कहना नहीं माना और उसे अपनी जान गंवानी पड़ी।
दरअसल, सेना के साथ हुए इस मुठभेड़ में दो आतंकियों सहित एक आम नागरिक की भी मौत हो गई थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक सेना खुद शफीक की पत्नी दिलशादा को एनकाउंटर वाली जगह पर लेकर आई थी।
सेना ने शफीक की पत्नी दिलशादा को यह भरोसा दिलाया था कि अगर वह सरेंडर करता है तो उसको कुछ नहीं होगा। इसी मकसद से दिलशादा ने लाउडस्पीकर पर अपने पति से सरेंडर की अपील की लेकिन वह बाहर नहीं आया। इस बीच दोनों ओर से फायरिंग होती रही।
पुलवामा मुठभेड़ में मारे गए दूसरे आतंकी की पहचान लश्कर-ए-तैयबा के जहांगीर अहमद गनी के रुप में की गई है।
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Source : News Nation Bureau