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khojkhabar: शहादत पर ये कैसी सियासत मुद्दे पर दीपक चौरसिया के साथ देखें खोज खबर

न्यूज नेशन पर रात नौ बजे समय होता 'खोज खबर' का, जिसमें वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया ने पुलवामा हमले पर सियासत क्यों मुद्दे पर चैनल पर आए मेहमानों के साथ चर्चा की.

Updated on: 14 Feb 2020, 09:59 PM

नई दिल्‍ली:

न्यूज नेशन पर रात नौ बजे समय होता 'खोज खबर' का, जिसमें वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया ने पुलवामा हमले पर सियासत क्यों मुद्दे पर चैनल पर आए मेहमानों के साथ चर्चा की. इस बहस में रक्षा विशेषज्ञ रिटायर्ड मेजर जनरल अश्वनी सिवाच, रॉ के पूर्व अधिकारी रिटायर्ड आरएसएन सिंह, बीजेपी राष्ट्रीय सचिव आरपी सिंह, कांग्रेस नेता अजय वर्मा, शिवसेना नेता संजय गुप्ता, सीपीआईएम नेता डॉ. फुआद हलीम, JNU छात्रसंघ के नेता सनी धीमान ने हिस्सा लिया. 

कांग्रेस नेता अजय वर्मा ने कहा कि जब पुलावामा अटैक हुआ तो शव मिले थे, लेकिन जब बालाकोट में एयर स्ट्राइक हुई तो कोई शव नहीं मिला. इस पर बीजेपी नेता आरपी सिंह ने कहा कि अगली बार जब बालाकोट जैसी एयर स्ट्राइक करेंगे तो फाइटर प्लेन में राहुल गांधी बैठाकर वहां भेज देंगे, ताकि वह आसानी से सारे शवों की गिनती कर सके. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सिर्फ जवानों की शहादत पर राजनीति करती है.

सीपीआईएम नेता डॉ. फुआद हलीम ने कहा कि बीजेपी ने पुलावामा को सिर्फ राजनीति का मुद्दा बनाया. वहीं, रॉ के पूर्व अधिकारी आरएसएन सिंह ने कहा कि आतंकियों ने बहुत सोच समझकर टारगेट चुना था. 2004 से 08 तक जितने भी आतंकी अटैक हुए थे, सब दिल्ली से प्लान किए जा रहे थे. इन बेशर्म लोगों को चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए.

रक्षा विशेषज्ञ अश्वनी सिवाच ने कहा कि पुलावामा हमले में जैश के आतंकी शामिल थे. पाकिस्तान पहले सोचता था कि भारत जवाब नहीं देगा, लेकिन बालाकोट के बाद PAK डर गया है. वहीं, शिवसेना नेता संजय गुप्ता ने बालाकोट एयर स्ट्राइक को लेकर भारत सरकार और भारतीय फौज को सलाम किया. इसके बाद नेता कांग्रेस अजय वर्मा ने कहा कि रकार ने सीआरपीएफ के जवानों को शहीदी का दर्जा क्यों नहीं दिया. भारत के लोग देख रहे हैं कि कैसे सरकार तानाशाही कर रही है. इस पर आरपी सिंह ने कहा कि मोदी सरकार ने शहीद के परिजनों को मुआवजा और नौकरी दी है.

जेएनयू छात्र संघ के नेता सनी धीमान ने कहा कि जब सरकार को पहले पता था कि आतंकी हमला हो सकता है तो उसे रोकना के लिए कोई कार्रवाई क्यों नहीं की.