एसबीआई समेत नौ सरकारी बैंकों में आज हड़ताल, निजी बैंकों में होगा काम-काज

सार्वजनिक क्षेत्र के ज्यादातर बैंक प्रस्तावित हड़ताल के बारे में पहले ही ग्राहकों को सूचित कर चुके हैं।

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abhiranjan kumar
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एसबीआई समेत नौ सरकारी बैंकों में आज हड़ताल, निजी बैंकों में होगा काम-काज

कई सरकारी बैंक मंगलवार को करेंगे हड़ताल

देश के सरकारी बैंक मंगलवार को बंद रहेंगे। नौ बैंक यूनियनों का प्रतिनिधित्व करने वाली यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) ने कई मांगों को लेकर मंगलवार को एक दिन के लिए हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है। हालांकि निजी बैंकों ने इस हड़ताल से खुद को अलग कर लिया है।

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भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा सहित सार्वजनिक क्षेत्र के ज्यादातर बैंक इस हड़ताल के बारे में पहले ही ग्राहकों को सूचित कर चुके हैं। हालांकि प्राइवेट बैंक आइसीआइसीआइ, एचडीएफसी, एक्सिस और कोटक महिंद्रा बैंक में कामकाज सामान्य रहने की संभावना है।

ऑल इंडिया बैंक इंप्लॉईज एसोसिएशन (एआइबीईए) के महासचिव सीएच वेंकटचलम ने कहा कि फंसे कर्जो का बढ़ना बैंकिंग उद्योग को प्रभावित करने वाला वास्तविक खतरा है। इस हड़ताल में 10 लाख से ज्यादा बैंककर्मी शामिल होंगे।

ऐसे कर्जो के लिए जवाबदेही तय करना और भ्रष्ट बैंक अधिकारियों व जानबूझकर कर्ज वापस नहीं करने वाले यानी विलफुल डिफॉल्टरों के खिलाफ कार्रवाई समय की मांग है।

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वेंकटचलम ने कहा कि हड़ताल का आह्वान यूनियनों द्वारा उठाए गए मांगों के समाधान खोजने के किए गए सारे प्रयासों के विफल हो जाने के बाद किया गया है।

बैंक हड़ताल के कारण लोगों को असुविधाओं का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही पैसे के लिए लोग एटीएम की तरफ जा सकते हैं जिससे वहां भी लम्बी कतारें देखने को मिल सकती है।

हड़ताल में शामिल होंगे नौ बैंक यूनियन

नौ बैंकों के कर्मचारी संगठनों ने सरकार के बैंकिंग प्रणाली में सुधार के कदम को जनविरोधी करार देते हुए विरोध में मंगलवार को हड़ताल का आह्वान किया है। बैंककर्मियों की मांग है कि नोटबंदी के कारण कराए गए अतिरिक्त काम का मुआवजा दिया जाए और कर्ज नहीं चुकानेवाले बड़े कर्जदारों पर कार्रवाई की जाए। 

युनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) के बैनर तले जो नौ यूनियन एकजुट हैं, उनके नाम हैं- एआईबीईए, एआईबीओसी, एनसीबीई, एआईबीओए, बीईएफआई, आईएनबीएफएफ, आईएनबीओसी, एनओबीडब्लयू और एनओबीओ। 

ऑल इंडिया बैंक इंप्लाइज एसोसिएशन (एआईबीईए) के महासचिव सी. एच. वेंकटचलम ने बताया, 'भारतीय बैंकिंग उद्योग को असली खतरा डूबे हुए बड़े कर्ज और जानबूझकर कर्ज नहीं चुकानेवालों से है। बुरे कर्जो के लिए जबावदेही तय करना तथा जानबूझकर कर्ज नहीं चुकानेवाले कर्जदारों तथा उन्हें कर्ज मुहैया करानेवाले बैंक अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करना समय की जरूरत है, ना कि बैड बैंक का गठन करना।'

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HIGHLIGHTS

  • सार्वजनिक क्षेत्र के ज्यादातर बैंक प्रस्तावित हड़ताल में होंगे शामिल
  • प्राइवेट बैंक इस प्रस्तावित हड़ताल में नहीं होंगे शामिल

Source : News Nation Bureau

PNB Noteban Bank strike sbi
      
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