तमिलनाडु के गुडलुर जिले के ओवैली में एक जंगली हाथी को पकड़ने की मांग को लेकर लोगों का विरोध प्रदर्शन जारी है। हाथी ने एक निजी कॉफी बागान के सुरक्षा गार्ड को मार डाला था।
28 जनवरी की शाम नौशाद अली अपने दोस्त अनाम जमाल के साथ काम से घर लौट रहा था, तभी हाथी ने उन पर हमला कर दिया।
नौशाद की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि नामद का गुडलूर के सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है। उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
स्थानीय लोगों ने नौशाद के शव को तब तक पोस्टमार्टम के लिए नहीं ले जाने दिया, जब तक कि उन्हें आश्वासन नहीं दिया गया कि उनके परिवार को 5 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा और साथ ही एक परिजन को रोजगार भी दिया जाएगा।
वन अधिकारियों ने दो कुमकी हाथियों को तैनात किया है, जिन्होंने कुछ समय के लिए हत्यारे हाथी को जंगल में खदेड़ दिया है।
ओवैली में एक बागान में काम करने वाले प्रवीण राज ने आईएएनएस को बताया, एक हाथी इलाके में घूम रहा है। हमने पहले ही स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ वन विभाग को भी इस बारे में बता दिया है। उन्हें इस हाथी को तुरंत पकड़ना होगा।
गुडलूर में स्थानीय वन अधिकारियों ने आईएएनएस को बताया कि हाथी को पकड़ने का फैसला उच्चतम स्तर पर लिया जाना है, जल्द ही मुख्य वन्यजीव वार्डन से मंजूरी मिलने की उम्मीद है।
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Source : IANS