बिहार की राजधानी के निवासियों ने अपराध की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ शनिवार को शहर के पटना साहिब इलाके में व्यापक विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर व्यापारियों और व्यापारियों ने अशोक राजपथ पर पटना सिटी चौक से मारुफगंज तक जुलूस में हिस्सा लिया और सड़कों पर टायर भी जलाए।
उन्होंने आरोप लगाया कि क्षेत्र में पुलिस की निष्क्रियता के कारण अपराधियों को बार-बार अपराध करने की खुली छूट मिल गई है।
एक प्रमुख उद्योगपति राजू जायसवाल की 30 सितंबर को पटना साहिब इलाके में उस समय चाकू मारकर हत्या कर दी गई, जब वह कारखाना जाने के रास्ते में थे।
जैसे ही वह चमदोरिया इलाके में पहुंचे तो तीन अज्ञात हमलावरों ने उन पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया और कई बार चाकू से वार कर दिया।
एक दिन पहले पटना सिटी चौक क्षेत्र में एक अन्य घटना में अज्ञात व्यक्तियों ने 6 लाख रुपये के सूखे मेवे चुरा लिए।
विरोध प्रदर्शन में शामिल एक व्यापारी हरीश शर्मा ने कहा, पटना शहर के आसपास का क्षेत्र पिछले छह महीनों से अपराध क्षेत्र में बदल रहा है। हम क्षेत्र में दैनिक आधार पर हत्या, बलात्कार, जबरन वसूली, चोरी और लूट के मामले देख रहे हैं। ऐसी स्थिति राजद के कार्यकाल के बारे में संकेत दे रही है। लगता है, 1990 के दशक के अंत में जब जबरन वसूली और हत्या एक दैनिक मामला रहा करता था, वही दौर फिर से लौट आया है।
एक अन्य व्यापारी लखपत मेहता ने कहा, 1990 के दशक के अंत में, अपराधियों के डर से कई उद्योगपति और व्यापारी शहर छोड़ गए थे। ऐसी ही स्थिति इन दिनों देखी जा सकती है। नीतीश कुमार का चौथा कार्यकाल पटना के व्यापारियों और उद्योगपतियों के लिए एक बुरा सपना बनता जा रहा है। अक्सर दिनदहाड़े लोगों की हत्या हो रही है।
एक अन्य प्रदर्शनकारी राजेश वर्मा ने कहा, हम राजू जायसवाल के परिवार को पूर्ण सुरक्षा और परिवार के एक व्यक्ति के लिए सरकारी नौकरी की मांग करते हैं। हम यह भी चाहते हैं कि राज्य सरकार उन अक्षम पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे जो क्षेत्र में अपराध की घटनाओं को रोकने में असमर्थ हैं।
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Source : IANS