logo-image

चौथे दिन भी वार्ता विफल, शाहीन बाग का रास्ता खोलने के लिए प्रदर्शनकारियों ने रखी ये 7 शर्तें

शाहीनबाग (Shaheen Bagh) में पिछले तीन से जारी वार्ताकारों के प्रयास चौथे दिन भी विफल रहे. शाहीनबाग के प्रदर्शनकारियों ने रोड खोलने को लेकर अब ऐसी शर्तें रखी हैं जो कहीं से भी व्यवहारिक नहीं लगती.

Updated on: 22 Feb 2020, 04:16 PM

नई दिल्ली:

शाहीन बाग (Shaheen Bagh) के प्रदर्शनकारियों को मनाने और उनसे बातचीत करने के लिए शनिवार को एक और कोशिश की गई है. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की ओर से नियुक्‍त वार्ताकार वरिष्‍ठ अधिवक्‍ता साधना रामचंद्रन (Sadhna Ramchandran) शाहीनबाग पहुंचीं. सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्‍त वार्ताकार तीन बार शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों से बात कर चुके हैं, जो बेनतीजा रही. शाहीनबाग में पिछले तीन से जारी वार्ताकारों के प्रयास चौथे दिन भी विफल रहे. शाहीनबाग के प्रदर्शनकारियों ने रोड खोलने को लेकर अब ऐसी शर्तें रखी हैं जो कहीं से भी व्यवहारिक नहीं लगती. 

यह भी पढ़ेंः करतारपुर जाने वाला शाम तक आतंकी बनकर लौटता है- पंजाब DGP

अफवाह में न पड़ें प्रदर्शनकारी: साधना
साधना रामचंद्रन ने लोगों से अफवाह में न आने की अपील की. उन्‍होंने कहा, हम लोकतंत्र में हैं, भेड़ चाल में ना चलें. उन्‍होंने प्रदर्शनकारियों को सुरक्षा दिलाए जाने का भरोसा भी दिया. उन्‍होंने यह भी कहा कि सुरक्षा की बात सुप्रीम कोर्ट में रखेंगे. दूसरी ओर, प्रदर्शनकारियों ने कहा, हमें कोर्ट से सुरक्षा का वादा चाहिए. हमें दिल्‍ली पुलिस पर भरोसा नहीं है. अब प्रदर्शनकारियों की नई शर्त से एक बार फिर मामला लटकता दिखाई दे रहा है. प्रदर्शनकारियों ने जो शर्तें सामने रखीं हैं उनके पूरा होने की उम्मीद दिखाई नहीं दे रही है. 

यह भी पढ़ेंः 7 मार्च को अयोध्या जाएंगे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, सरकार के 100 दिन पूरा होने पर कार्यक्रम

प्रदर्शनकारियों ने रखीं ये 7 शर्त

- प्रदर्शनकारियों की मांग है कि उन्हें 24 घंटे सुरक्षा मुहैया कराई जाए

- सुरक्षा की गारंटी सुप्रीम कोर्ट ले और लिखित में दें

- प्रदर्शनकारियों को किसी टीन शेड में कवर किया जाए 

- शाहीनबाग और जामिया के लोगों पर जो केस चल रहे हैं उसे वापस लिया जाए

- जामिया में पुलिस की भूमिका की जांच हो

- प्रदर्शन शाहीनबाग में ही चलने दिया जाए

- शाहीनबाग पर जिन जिन नेताओं ने अभद्र टिप्पड़ी की हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए