जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में रविवार को आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ के बाद घाटी में एक बार फिर स्थिति तनावपूर्ण है। मुठभेड़ के बाद अलगाववादियों ने सोमवार को पूरी घाटी में बंद बुलाया है। इसके बाद घाटी में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं और भारी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। हालांकि रिपोर्ट्स के मुताबिक किसी भी जगह कर्फ्यू नहीं लगाया गया है।
घाटी ने कुलगाम में इस साल का सबसे बड़ा एनकाउंटर देखा जिसमें चार आतंकी और दो नागरिक की मौत हो गई। यह मुठभेड़ करीब 10 घंटे तक चली। पुलिस के अनुसार, दो आतांकवादी लश्कर-ए-तैयबा और दो अन्य हिज्बुल मुजाहिद्दीन के थे। मारा गया एक नागरिक आतंकियों का समर्थक बताया जा रहा है। इस मुठभेड़ में दो सैनिक भी शहीद हो गए। अलगाववादियों ने आम लोगों की मौत के विरोध में बंद बुलाया है।
मुठभेड़ के बाद सुरक्षा बलों और नागरिकों के बीच हिंसक झड़पें भी हुईं जिसमें 25 से अधिक लोग घायल हो गए। इस झड़प में दूसरे नागरिक की मौत हुई। कश्मीर जोन के पुलिस महानिरीक्षक एस.जे.एम. गिलानी ने बताया, 'घाटी में कहीं भी कर्फ्यू नहीं होगा।'
गौरतलब है कि यह पूरी घटना उसी क्षेत्र में हुई है जहां पिछले साल हिजबुल कमांडर बुरहानी वानी को सुरक्षाबलों ने एक मुठभेड़ में मार गिराया था। बुरहान की मौत के बाद से पिछले कई महीनों तक कश्मीर में हिंसक प्रदर्शन और बंद का दौर चला था और प्रशासन को दो महीने से ज्यादा समय तक कई इलाकों में कर्फ्यू तक लगाने पड़े थे।
Source : News Nation Bureau