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कोरोना संकट में भी रैपिड टेस्ट किट में मुनाफाखोरी, राहुल गांधी ने साधा निशाना

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) को बेची गई चीन से आयातित कोविड-19 रैपिड टेस्ट किट में बहुत मोटा मुनाफा कमाया गया है. इस किट की भारत में आयात लागत 245 रुपये ही है, लेकिन इसे ICMR को 600 रुपये प्रति किट बेचा गया है. एक किट पर 145 फीसदी का मोटा मु

Updated on: 27 Apr 2020, 03:57 PM

नई दिल्ली:

कोरोना महामारी को लेकर पूरा देश संकट में है. लोगों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है. अब कुछ ऐसी बातें सामने आ रही है तो सरकारी सिस्टम की पोल खोल सकती है. दरअसल भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) को बेची गई चीन से आयातित कोविड-19 रैपिड टेस्ट किट में बहुत मोटा मुनाफा कमाया गया है. इस किट की भारत में आयात लागत 245 रुपये ही है, लेकिन इसे ICMR को 600 रुपये प्रति किट बेचा गया है. एक किट पर 145 फीसदी का मोटा मुनाफा लिया गया है.

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अब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसे लेकर सरकार पर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि जब समूचा देश कोविड-19 आपदा से लड़ रहा है, तब भी कुछ लोग अनुचित मुनाफ़ा कमाने से नहीं चूकते. इस भ्रष्ट मानसिकता पर शर्म आती है, घिन आती है. हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मांग करते हैं कि इन मुनाफ़ाख़ोरों पर जल्द ही कड़ी कार्यवाही की जाए. देश उन्हें कभी माफ़ नहीं करेगा.

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कोर्ट ने दिया आदेश
टेस्ट किट की लागत और मुनाफे को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट ने भी आदेश दिया है. दिल्ली हाई कोर्ट में जस्टिस नाजमी वजीरी की सिंगल बेंच ने इसका दाम 33 फीसदी घटाकर इसे प्रति टेस्ट किट 400 रुपये में बेचने का आदेश दिया है. इस कीमत पर भी वितरक को 61 फीसदी का मुनाफा मिलता है. हाई कोर्ट ने इसे पर्याप्त बताया है.