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पूरे देश में हुए लॉकडाउन ने किसानों के आगे खड़ी की ये समस्या

कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में किए गए लॉकडाउन से किसान भी परेशान हो गए हैं. पहले से ही मौसम की मार रहे झेल रहे किसानों को अब खेतों में लगी खड़ी फसलों को लेकर चिंता सताने लगी है जिसे काटने के लिए मजदूर नहीं निकल पा रहे हैं.

Updated on: 26 Mar 2020, 10:43 PM

पटना:

कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में किए गए लॉकडाउन से किसान भी परेशान हो गए हैं. पहले से ही मौसम की मार रहे झेल रहे किसानों को अब खेतों में लगी खड़ी फसलों को लेकर चिंता सताने लगी है जिसे काटने के लिए मजदूर नहीं निकल पा रहे हैं.

किसान रबी फसल पर असमय बारिश से पहले ही परेशान थे, अब लॉकडाउन से खेतों में बची उन फसलों को लेकर बेचैनी है, जिसे अब काटने के लिए मजदूर नहीं मिलने का भय सता रहा है.

किसान नेता अरविंद सिंह कहते हैं कि जिन इलाकों में पहले गेहूं की बुआई हो गई, वहां तो अब रामनवमी के बाद कटनी भी शुरू होगी. फसल तैयार भी होगी और खेत में जाने को मजदूर नहीं मिलेंगे. जो किसान मिलेंगे तो वे खेतों में जाने को तैयार नहीं होंगे.

इधर, किसानों को अब दाने के खेतों में ही झड़ जाने का डर होने लगा है. दुल्हिनबाजार के किसान रामनिवास सिंह कहते हैं, गेहूं, चना, सरसों सहित अन्य रबी फसलों की कटाई का समय मार्च और अप्रैल में होता है. इस समय खेतों में ये फसलें लहलहा रही हैं, कटाई की तैयारी चल रही है. अब अगर मजदूर नहीं मिलेंगे तो बहुत परेशानी होगी.

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कृषि विभाग के एक अधिकारी भी कहते हैं कि सूखे के कारण करीब 3़89 लाख हेक्टेयर में धान की रोपनी नहीं हो पाई थी तो एक बड़े इलाके में बाढ़ के कारण धान की खेती नष्ट हुई थी. उन्होंने कहा कि फरवरी मौासम में बारिश से पहले ही रबी फसल को नुकसान पहुंचा है.

धान की फसल बर्बाद होने के कारण किसानों ने इस साल रबी की पहले ही बुआई कर दी थी, जिस कारण फसल जल्द तैयार हो गई है. चना में भी अभी कीड़े लगने का डर है. लॉकडाउन और कोरोना के भय से ना तो किसान खेतों में जा पा रहे हैं और नही मजदूर मिल पा रहे हैं.

दलहन के लिए मशहूर टाल क्षेत्र के किसान भी कोरोना को लेकर मायूस हैं. टाल क्षेत्र के किसान नेता रंधीर सिंह कहते हैं कि रहर (अरहर) के खेतों में असमय बारिश के काराण पुष्ट दाना पहले ही नहीं हुआ है, अब उसके काटने का समय आ चुका है. बारिश के बाद तेज धूप से आधे दाने तो पहले ही खेत में झड़ गए हैं अब अगर 10-12 दिन अरहर को काटा नहीं गया सभी दाने खेत में ही रह जाएंगे.

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उल्लेखनीय है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार से बिहार के शहरी क्षेत्रों में लॉकडाउन की घोषणा की थी. इसी बीच कोरोना वायरस की महामारी ने दुनिया के अन्य देशों के साथ हमारे देश में भी संकट बढ़ा दिया. इसी कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 21 दिन का लॉकडाउन घोषित कर दिया.