30 सितंबर को भबनीपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में बीजेपी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ शहर की वकील प्रियंका टिबरेवाल को उतारा है।
टिबरेवाल पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा के मामलों की वकील हैं। भाजपा ने शुक्रवार को उपचुनाव के लिए तीन उम्मीदवारों की घोषणा की, जिसमें प्रियंका टिबरेवाल भवानीपुर से, मिलन घोष समसेरगंज से और सुजीत दास को जंगीपुर से मैदान में उतारा गया है।
प्रियंका टिबरेवाल ने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की है और कोलकाता विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की है। वह कलकत्ता हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस करती हैं। उन्होंने थाइलैंड के असेम्प्शन यूनिवर्सिटी से मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की डिग्री भी हासिल की है।
पार्टी कार्यकतार्ओं का कहना है कि टिबरेवाल राज्य सरकार के अत्याचारों के पीड़ितों का बचाव करने से लेकर रानीगंज दंगा मामले और पुरुलिया हत्या मामले जैसे कई मामलों को संभाल रही हैं और हमेशा न्याय और स्वतंत्रता के लिए खड़ी रही है।
टिबरेवाल ने भाजपा में भी कई महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाई हैं और राज्य की पदाधिकारी रही हैं।
उन्होंने पश्चिम बंगाल में हाल ही में चुनाव के बाद की हिंसा की घटनाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, अभिजीत सरकार की हत्या के लिए न्याय की मांग करने के लिए मामलों को कलकत्ता उच्च न्यायालय में लाया। टिबरेवाल सीबीआई जांच के लिए अदालती आदेश प्राप्त करने में सफल रही हैं और चुनाव बाद हिंसा के मामलों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन भी किया है।
पश्चिम बंगाल भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने दावा किया है कि बनर्जी को नंदीग्राम की तरह भवानीपुर में एक और हार का सामना करना पड़ेगा। घोष ने कहा कि हम अपनी पूरी ताकत के साथ उपचुनाव लड़ने जा रहे हैं और तीनों विधानसभा सीटों पर जीत हासिल करेंगे। ममता दीदी को भवानीपुर में एक और हार का सामना करना पड़ेगा।
मतगणना 3 अक्टूबर को होगी।
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Source : IANS