पूर्वी उत्तर प्रदेश की कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बड़े ही जबरदस्त से राजनीति में वापसी की. लोकसभा चुनाव 2019 की तैयारियों को देखते हुए प्रियंका गांधी ने अपने भाई और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ लखनऊ में सोमवार को रोडशो किया था. प्रियंका गांधी पर टिके इस रोडशो में भारी संख्या में कांग्रेस कार्यरकर्ता और समर्थक इकट्ठा हुए थे. लोगों की भीड़ का आलम यह था कि प्रियंका गांधी के काफिले को एयरपोर्ट से लखनऊ स्थित पार्टी ऑफिस के बीच 15 किलोमीटर की दूरी को तय करने में 6 घंटे का समय लग गया. प्रियंका गांधी के इस रोडशो का पार्टी को कई फायदा मिले या न मिले, लेकिन इस रोडशो में जेबकतरों को जबरदस्त मुनाफा हुआ है.
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रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के रोडशो में पॉकेटमारों ने जमकर जेबें काटी गईं. रोडशो के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक कथित मोबाइल चोर को पकड़ा था, जिसे पुलिस के हवाले कर दिया गया था. लेकिन जांच में पुलिस को संदिग्ध व्यक्ति के पास से चोरी का कोई मोबाइल फोन नहीं मिला, जिसके बाद उसे छोड़ दिया गया. पार्टी के एक कार्यकर्ता ने पुलिस को बताया कि जेबकतरों ने रोडशो में करीब 50 लोगों के मोबाइल फोन और पर्स चोरी किए हैं.
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इस पूरे मामले पर आधिकारिक मामला दर्ज कराया गया है. मामला दर्ज होने के बाद यूपी पुलिस की साइबर सेल रोडशो में चोरी की इन वारदातों की जांच में जुट गई है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो जेबकतरों ने रोडशो के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ ही शहर के असिस्टेंट मजिस्ट्रेट और कांग्रेस प्रवक्ता जीशान हैदर का भी मोबाइल फोन उड़ा दिया.
Source : Sunil Chaurasia