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अयोध्या राम मंदिर पर बयान देकर प्रियंका गांधी ने मोल ली आफत, सहयोगी हुए नाराज

केरल में कांग्रेस नीत यूडीएफ के दूसरे सबसे बड़े घटक दल आईयूएमएल ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी द्वारा राम मंदिर निर्माण के भूमिपूजन का स्वागत करने पर नाराजगी व्यक्त की.

Updated on: 06 Aug 2020, 07:36 AM

कोझिकोड:

केरल (Kerala) में कांग्रेस नीत यूडीएफ के दूसरे सबसे बड़े घटक दल इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) ने बुधवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) द्वारा अयोध्या में राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) निर्माण के लिए भूमिपूजन का स्वागत करने पर अपनी नाराजगी व्यक्त की. अयोध्या समारोह का प्रियंका सहित कांग्रेस के कई नेताओं द्वारा समर्थन करने के मद्देनजर पार्टी के प्रमुख नेताओं की एक आपातकालीन बैठक के बाद आईयूएमएल के वरिष्ठ नेता और सांसद पी.के.कुनहलिकुट्टी ने मीडिया को बताया कि उन्होंने प्रियंका गांधी के बयान के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित किया है.

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केरल में कांग्रेस नीत यूडीएफ गठबंधन ने की आलोचना
उन्होंने कहा, 'हमने अयोध्या मंदिर के निर्माण पर प्रियंका गांधी के बयान पर अपनी नाराजगी व्यक्त की.' प्रियंका गांधी ने अपने बयान में कहा कि 'भगवान राम के आशीर्वाद और उनकी शिक्षाओं के साथ यह कार्यक्रम, राष्ट्रीय एकता, भाईचारे और सांस्कृतिक समागम का प्रतीक बनना चाहिए.' आईयूएमएल का प्रस्ताव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अयोध्या में भूमिपूजन करने और राम मंदिर के लिए पहली ईंट रखने के बाद आया. केरल के 3.34 करोड़ लोगों में से, मुस्लिमों की संख्या 88.73 लाख है, जो हिंदू समुदाय के बाद दूसरी सबसे बड़ी आबादी है.

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प्रियंका गांधी के बयान से हैरान नहीं विजयन
उधर केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बुधवार को कहा कि वह अयोध्या में राम मंदिर के भूमिपूजन समारोह पर दिए गए प्रियंका गांधी वाद्रा के बयान से हैरान नहीं हैं. उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस का धर्मनिरपेक्षता को लेकर 'निश्चित रुख' होता तो देश आज ऐसे हालात का सामना नहीं कर रहा होता. विजयन ने कहा कि रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मुद्दे में कांग्रेस पार्टी का रुख इतिहास का हिस्सा है और यह पार्टी मस्जिद का ढांच ध्वस्त किये जाने के समय मूकदर्शक बनी हुई थी.