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कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने छोड़ा हाथ का साथ, जानिए क्या है कारण

प्रियंका चतुर्वेदी ने एक पत्र लिखकर प्रियंका चतुर्वेदी ने पार्टी नेतृत्‍व को अपनी भावनाओं से अवगत कराया है. पत्र में उन्‍होंने लिखा है कि जो लोग धमकियां दे रहे थे, वह बच गए हैं.

Updated on: 19 Apr 2019, 01:17 PM

नई दिल्ली:

कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्‍ता प्रियंका चतुर्वेदी ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. प्रियंका पिछले कई दिनों से अपनी ही पार्टी से नाराज चल रही थीं. उनका आरोप था कि कांग्रेस में उन गुंडों को तरजीह दी जा रही थी, जो महिलाओं के साथ बदसलूकी करते हैं. उनके मुताबिक, जो लोग मेहनत कर अपनी जगह बना रहे हैं, उनके बदले ऐसे लोगों को तवज्जो मिल रही है. पार्टी के लिए मैंने गालियां और पत्थर खाए हैं, लेकिन फिर भी पार्टी नेताओं ने ही मुझे धमकियां दीं.

प्रियंका चतुर्वेदी ने एक पत्र लिखकर पार्टी नेतृत्‍व को अपनी भावनाओं से अवगत कराया था. पत्र में उन्‍होंने लिखा है कि जो लोग धमकियां दे रहे थे, वह बच गए हैं. इनका बिना किसी कड़ी कार्रवाई के बच जाना काफी दुर्भाग्यपूर्ण हैं. प्रियंका चतुर्वेदी ने एक ट्वीट को रिट्वीट करते हुए इस संदेश को लिखा, इसके साथ एक चिट्ठी भी जुड़ी हुई है.

पत्र के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के मथुरा में जब प्रियंका चतुर्वेदी पार्टी की तरफ से राफेल विमान सौदे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आई थीं, तब स्थानीय कार्यकर्ताओं ने उनके साथ बदसलूकी की थी. इसके बाद सभी पर अनुशासनात्मक कार्रवाई हुई थी. लेकिन अब सभी कार्यकर्ताओं को उनके पदों पर बहाल कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया की सिफारिश के बाद इन कार्यकर्ताओं को बहाल किया गया है. बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया लोकसभा चुनाव के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी हैं.

जानिए अपने इस्तीफे में प्रियंका चतुर्वेदी ने क्या लिखा
प्रियंका चतुर्वेदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भेजे पत्र में लिखाकि, 'पार्टी की विचारधारा और राहुल गांधी के सबको साथ लेकर चलने कि विचार ने उन्हें प्रभावित किया था और इसलिए 10 साल पहले वह पार्टी में शामिल हुईं. मैं बहुत भारी मन से आज पार्टी की सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा दे रही हूं. पिछले 10 सालों में पार्टी की तरफ से मुझे कई जिम्मेदारी मिली और निजी स्तर पर मैंने बहुत कुछ सीखा. हालांकि, कुछ समय से ऐसा लग रहा था कि पार्टी में मेरे काम की अब कोई कद्र नहीं रही है. मुझे ऐसा लगने लगा कि संगठन के लिए मैं जितना वक्त और बिताऊंगी वह मेरे सम्मान और गरिमा से समझौता होगा.’

महिलाओं के सम्मान की बात पर खरी नहीं उतरी पार्टी: प्रियंका
प्रियंका ने पार्टी में महिलाओं के सम्मान की बात करते हुए लिखा है, पार्टी महिला सशक्तीकरण और महिलाओं के अधिकार की वकालत करती है, लेकिन यह देखना दुखद है कि पार्टी ने उस विचारधारा पर काम नहीं किया. मथुरा में पार्टी के कार्यक्रम में हुए दुर्व्यवहार के बाद भी मेरे सम्मान के लिए सही कार्रवाई नहीं की गई. अब वक्त आ गया है कि मुझे कांग्रेस से बाहर निकलकर दूसरे क्षेत्रों पर अपना फोकस बढ़ाना चाहिए.

जानिए क्या है पूरा मामला
प्रियंका चतुर्वेदी ने कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया इसके पीछे मामला यह था कि, जब प्रियंका चतुर्वेदी सितंबर 2018 में राफेल मुद्दे पर मथुरा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही थीं. इसी दौरान कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं ने प्रियंका के साथ कथित तौर पर बदतमीजी की थी, जिसके बाद उन लोगों को पार्टी से निलंबित कर दिया गया था. लेकिन अब दोबारा उन लोगों को पार्टी में शामिल कर लिया गया है. प्रियंका चतुर्वेदी ने एक ट्वीट को रीट्वीट किया था, जिसमें इस बात की जानकारी थी कि ससपेंड किये गए सदस्यों ने अपने व्यवहार और आचरण के लिए खेद जताया है. उनके अनुरोध पर उन्हें पार्टी में फिर से शामिल किया जा रहा है. पार्टी के इस व्यवहार से नाराज होकर प्रियंका ने पार्टी के सभी पदों से अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को सौंप दिया.