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कोरोना वैक्‍सीनेशन में जल्‍द हो सकती है प्राइवेट सेक्‍टर की एंट्री, ये है केंद्र सरकार का प्‍लान

कोरोना वैक्सीनेशन के अगले चरण में 50 साल से अधिक से ऊपर के लोगों को कोरोना वैक्सीन का टीका लगाया जाना है. बड़ी आबादी को यह टीका लगाया जाएगा. सरकार इसके लिए प्राइवेट सेक्टर को भी मंजूरी दे सकती है. अभी देश में केवल हेल्‍थकेयर और फ्रंटलाइन मेडिकल स्‍टा

Updated on: 23 Feb 2021, 07:55 AM

नई दिल्ली:

कोरोना की देश में रफ्तार पर लगाम लगने के बाद एक बार फिर मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं. महाराष्ट्र, केरल, छत्तीसगढ़, पंजाब और मध्य प्रदेश में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामले तेजी से सामने आने लगे हैं. इसके बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने स्वास्थ्य मंत्रालय को कोरोना वैक्सीनेशन में तेजी लाने को कहा है. अभी तक हेल्थ और फ्रंटलाइन वर्कर्स को ही वैक्सीन दी जा रही थी लेकिन अब 50 साल से ऊपर और बीमार लोगों को भी अगले चरण में वैक्सीन लगाई जाएगी. ऐसे में देश के करीब 27 करोड़ लोगों को टीका लगाने के लिए केंद्र प्राइवेट सेक्‍टर का भी सहारा लेने जा रहा है ताकि कम समय में वैक्‍सीनेशन अभियान पूरा किया जा सके.  

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नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल का कहना है कि कोरोना वैक्‍सीनेशन में प्राइवेट सेक्‍टर की भूमिका का पूरा विवरण अगले कुछ दिनों में उपलब्‍ध हो जाएगा. दरअसल डॉ पॉल ही केंद्र सरकार की ओर से इस महामारी के लिए गठित टीम के हेड भी हैं. उनका करना है कि देश में इस समय लगने वाले टीकों में 20 फीसद निजी कंपनियां ही लगा रही हैं. उनका कहना है कि वैक्सीनेशन अभियान में प्राइवेट सेक्टर धीरे-धीरे गहरा होता जाएगा. सूत्रों का कहना है कि अगले चरण में करीब 40 से 50 प्रतिशत टीकाकरण प्राइवेट सेक्‍टर के माध्‍यम से किया जाएगा. गुजरात, मध्‍य प्रदेश, राजस्‍थान और केंद्रशासित लक्षद्वीप में 75 प्रतिशत से ज्‍यादा हेल्‍थ और फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीके लगाए जा चुके हैं। केंद्र सरकार राज्‍यों से कोरोना वैक्‍सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने के लिए कह चुकी है.

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फिर तेजी से बढ़ने लगे मामले
देश में कोरोना के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगे हैं. महाराष्ट्र, केरल, छत्तीसगढ़, पंजाब और मध्य प्रदेश में दैनिक मामलों में बढ़ोतरी के कारण संक्रमण का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. महाराष्ट्र के कई जिलों में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है. इसके साथ ही भीड़-भाड़ वाली जगहों और कार्यक्रमों पर भी रोक लगा दी गई है. देश में सोमवार को सामने आए कोरोना के कुल मामलों में 50 फीसद अकेले महाराष्ट्र में सामने आए.