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असम को महाबाहु-ब्रह्मपुत्र की सौगात, प्रधानमंत्री मोदी बोले- कनेक्टिविटी होगी सशक्त

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को असम को कई सौगातें दीं. पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से असम में महाबाहु-ब्रह्मपुत्र की शुरुआत की.

Updated on: 18 Feb 2021, 01:59 PM

highlights

  • असम को प्रधानमंत्री मोदी ने दी सौगात
  • मोदी ने महाबाहु-ब्रह्मपुत्र की शुरुआत की
  • कई बड़े प्रोजेक्ट की भी रखी आधारशिला

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने गुरुवार को असम को कई सौगातें दीं. पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से असम में महाबाहु-ब्रह्मपुत्र की शुरुआत की. इसके साथ पीएम ने असम (Assam) में कई अन्य बड़े प्रोजेक्ट की भी आधारशिला रखी. पीएम मोदी ने असम में धुबरी फूलबारी पुल का शिलान्यास किया. इसके अलावा उन्होंने मजुली पुल का भूमिपूजन भी किया. असम के लिए इस बड़े मौके पर केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) और असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल भी उपस्थित रहे.

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कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'ब्रह्मपुत्र पर कनेक्टिविटी से जुड़े जितने काम पहले होने चाहिए थे, उतने पहले नहीं हुए. इसकी वजह से असम और नार्थ ईस्ट में कनेक्टिविटी एक चुनौती बनी रही. महाबाहु ब्रह्मपुत्र के आशीर्वाद से अब इस दिशा में तेजी से कार्य हो रहा है. असम सहित पूरे नॉर्थ ईस्ट की फिजीकल और कल्चरल इंट्रीग्रिटी को बीते वर्षों में सशक्त किया गया है. आज का दिन असम सहित पूरे नॉर्थ के लिए इस व्यापक विजन को विस्तार देने वाला है.'

उन्होंने कहा, 'हमने ब्रह्मपुत्र की सशक्त भावनाओं के अनुरूप सुविधा, सुअवसरों और संस्कृति के पुल बनाएं हैं. असम सहित पूरे नार्थ ईस्ट के फिजिकल और कल्चरल एक्टीविटी को बीते सालों में सशक्त किया गया है. आज का दिन असम सहित पूरे नार्थ ईस्ट के लिए इस व्यापक विजन को विस्तार देने वाला है. मजूली में असम का पहला हैलीपोड भी बन चुका है. अब मजूलीवासियों को सड़क का भी तेज और सुरक्षित विकल्प मिलने वाला है. आपकी वर्षों पुरानी मांग आज पुल के भूमि पूजन के साथ शुरु हो गई है.'

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मोदी ने कहा, 'ब्रह्मपुत्र और बराक सहित असम को अनेक नदियों को जो सौगात मिली है उसे समृद्ध करने के लिए आज महाबाहु ब्रह्मपुत्र कार्यक्रम शुरु किया गया है. ये कार्यक्रम ब्रह्मपुत्र के जल से इस पूरे क्षेत्र में वॉटर कनेक्टिविटी को सशक्त करेगा. असम वासियों की वर्षों पुरानी मांग आज पुल के भूमिपूजन के साथ ही पूरी होनी शुरू हो गई है. कालीबाड़ी घाट से जोरहाट को जोड़ने वाला 8 किमी का ये पुल मजूली के हजारों परिवारों की जीवन रेखा बनेगा. ये ब्रिज आपके लिए सुविधा और संभावनाओं का सेतु बनने वाला है.'

नरेंद्र मोदी ने कहा, 'गुलामी के कालखंड में भी असम देश के सम्पन्न और अधिक राजस्व देने वाले राज्यों में से था. कनेक्टिविटी का नेटवर्क असम की समृद्धि का बड़ा कारण था. आजादी के बाद इस इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाना जरूरी था, लेकिन इन्हें अपने ही हाल पर छोड़ दिया गया. अब असम का विकास प्राथमिकता में भी है, इसके लिए दिन रात प्रयास भी हो रहा है. बीते 5 वर्षों में असम की मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी को फिर से स्थापित करने के लिए एक के बाद एक कदम उठाए गए हैं.' प्रधानमंत्री ने कहा कि असम और नार्थ ईस्ट की वाटर, रेलवे, हाईवे कनेक्टिविटी के साथ ही इंटरनेट कनेक्टिविटी भी उतनी जी जरूरी है. इंटरनेट कनेक्टिविटी पर भी लगातर काम हो रहा है. अब सैकड़ों करोड़ रुपये के निवेश से गुवाहाटी में नॉर्थ ईस्ट का पहला और देश का छठा डेटा सेंटर भी बनने वाला है.