प्रधानमंत्री मोदी बोले- 2021 में दवाई भी लेनी है, कड़ाई भी रखनी है
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के राजकोट में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की आधारशिला रख दी है.
नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के राजकोट में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की आधारशिला रख दी है. राजकोट में एम्स के लिए 201 एकड़ से अधिक जगह आवंटित की गई है और यह लगभग 1,195 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा. संस्थान का निर्माण 2022 के मध्य तक पूरा होने की उम्मीद है. इस आधुनिक अस्पताल में 750 बिस्तर होंगे जिनमें से 30 बिस्तर आयुष ब्लॉक में होंगे. इसमें एमबीबीएस पाठ्यक्रम के लिए 125 और नर्सिंग पाठ्यक्रम के लिए 60 सीट होंगी.
भारत फ्यूचर ऑफ हेल्थ और हेल्थ ऑफ फ्यूचर दोनों में ही सबसे महत्त्वपूर्ण रोल निभाने जा रहा है. जहां दुनिया को मेडिकल प्रोफेशनल्स भी मिलेंगे, उनका सेवाभाव भी मिलेगा. यहां दुनिया को मास इम्यूनाइजेशन का अनुभव भी मिलेगा और विशेषज्ञता भी मिलेगी- पीएम मोदी
यहां दुनिया को Mass Immunization का experience भी मिलेगा और expertise भी मिलेगी. यहां दुनिया को हेल्थ सॉल्यूशन और टेक्नोलॉजी को इंटिग्रेट करने वाले स्टार्टअप और स्टार्टअप इकोसिस्टम भी मिलेगा- पीएम
पहले था कि जब तक दवाई नहीं-तब तक ढिलाई नहीं, लेकिन अब दवाई भी और कड़ाई भी. 2021 में दवाई भी लेनी है, कड़ाई भी रखनी है- मोदी
हमने हेल्थ सेक्टर में होलिस्टिक तरीके से काम शुरू किया. हमने जहां एक तरफ Preventive care पर बल दिया, वहीं इलाज की आधुनिक सुविधाओं को भी प्राथमिकता दी- पीएम
आयुष्मान भारत योजना से गरीबों के लगभग 30 हजार करोड़ रुपये ज्यादा बचे हैं. आप सोचिए, इस योजना ने गरीबों को कितनी बड़ी आर्थिक चिंता से मुक्त किया है. अनेकों गंभीर बीमारियों का इलाज गरीबों ने अच्छे अस्पतालों में मुफ्त कराया है- पीएम
बीते 6 वर्षों में 10 नए एम्स बनाने पर काम शुरु कर चुके हैं, जिनमें से कई आज पूरी तरह से काम करने लगे हैं. एम्स के साथ ही देश में 20 एम्स जैसे सुपर स्पैशिलिटी हॉल्पिटल्स पर भी काम किया जा रहा- पीएम
बड़े अस्पतालों पर दबाव से आप भी परिचित हैं. स्थिति ये थी कि आजादी के इतने दशकों के बाद भी सिर्फ 6 एम्स बन पाए थे. 2003 में अटल जी की सरकार ने 6 और एम्स बनाने के लिए कदम उठाए थे. उनके बनते-बनते 2012 आ गया. यानी 9 साल लग गए- पीएम
बीते 6 सालों में इलाज और मेडिकल एजुकेशन को लेकर जिस स्केल पर काम हुआ है, उसका निश्चित लाभ गुजरात को भी मिल रहा है- पीएम
मेडिकल सेक्टर में गुजरात की सफलता के पीछे 2 दशकों का अनवरत प्रयास है, समर्पण और संकल्प है- मोदी
भारत में बनी वैक्सीन तेजी से हर जरूरी व्यक्ति तक पहुंचे इसकी कोशिशें अंतिम समय पर है- मोदी
कोरोना से पीड़ित साथियों को बचाने का भारत का रिकॉर्ड दुनिया से बहुत बेहतर रहा है. वहीं अब संक्रमण के मामले में भी भारत अब लगातार नीचे की तरफ जा रहा है- पीएम
भारत ने एकजुटता के साथ समय पर प्रभावी कदम उठाए, उसी का परिणाम है कि आज हम बहुत बेहतर स्थिति में हैं. जिस देश में 130 करोड़ से ज्यादा लोग हों, घनी आबादी हों. वहां करीब 1 करोड़ लोग इस बीमारी से लड़कर जीत चुके हैं- पीएम
भारत ने एकजुटता से साथ जिस प्रकार सही समय पर कदम उठाए, उसी का परिणाम है कि आज हम बेहतर स्थिति में हैं- पीएम
मुश्किल भरे साल ने दिखाया है तो जब भारत एकजुट होता है, तो मुश्किल से मुश्किल संकट का मुकाबला भी वो प्रभावी तरीके से कर सकता है- मोदी
साल का ये अंतिम दिन भारत के लाखों डॉक्टर्स, हेल्थ वॉरियर्स, सफाई कर्मियों और दूसरे फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स को याद करने का है, जो मानवता की रक्षा के लिए लगातार अपने जीवन को दांव पर लगा रहे हैं- पीएम
साल 2020 को एक नई नेशनल हेल्थ फैसिलिटी के साथ विदाई देना, इस साल की चुनौती को भी बताता है और नए साल की प्राथमिकता को भी दर्शाता है- पीएम
राजकोट में एम्स के शिलान्यास से गुजरात सहित पूरे देश के स्वास्थ्य और मेडिकल एजुकेशन को बल मिलेगा- पीएम मोदी
नया साल दस्तक दे रहा है. आज देश के मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने वाली एक और कड़ी जुड़ रही है- मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गुजरात के राजकोट में एम्स की आधारशिला रखी.
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