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पीएम मोदी ने जिस गांव को लिया था गोद वह बन गया ‘आदर्श’, विकास के राह पर अग्रसर

जयापुर गांव के लिए पूर्व माध्यमिक स्कूल है, जो पास के चंदापुर गांव में स्थित है. स्कूल चंदापुर गांव के आख़िरी छोर पर स्थित है, जहां से जयापुर गांव की शुरुआत होती है.

Updated on: 25 Mar 2021, 01:29 PM

highlights

  • प्राथमिक विद्यालयों में अच्छी सुविधाएं
  • बच्चों को मिल रही है स्मार्ट एजुकेशन
  • आवास के क्षेत्र में भी बढ़ते कदम

 

वाराणसी:

वाराणसी के सांसद नरेंद्र मोदी (PM) साल 2014 का लोकसभा चुनाव जीतने के बाद प्रधानमंत्री बनने के बाद अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के जयापुर गांव को सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत गोद लिया था. जिसका मक़सद इस गांव को आदर्श गांव बनाना था. आज इस गांव में सीवर की व्यवस्था है, तमाम घरों में लोग चूल्हे की जगह अब गैस पर  खाना बनाते हैं, इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्था है. सबसे बड़ी बात इस गांव में जाने के लिए की पर्याप्त साधन भी उपलब्ध हो गया हैं.

इस गांव में सबसे ज़्यादा आबादी पटेलों की है. इस गांव के लोग मुख्य रूप से खेती किसानी करते हैं. यहां पर गेहूं, धान और तरह-तरह की सब्ज़ियों की खेती होती है. खेती के अलावा कुछ लोग सरकारी नौकरी तो कुछ लोग प्राइवेट नौकरी में भी करते हैं. राजातालाब से जयापुर जाने के लिए साधन है. राजातालाब के आसपास गांव- जक्खिनी, महगांव, चंदापुर जाने के लिए भी साधन है.

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वहीं, जब आप जयापुर गांव के गेट पर पहुंचते हैं. यहां पर आपको एक बस स्टैंड मिलेगा, जो पीएम मोदी के जयापुर गोद लेने के कुछ ही महीनों बाद बनाया गया था. वाराणसी रेलवे स्टेशन से लगभग 30 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में बसे इस गांव में आने के लिए आपको साधन की कोई कमी नहीं पड़ेगी.  जयापुर गांव के लिए पूर्व माध्यमिक स्कूल है, जो पास के चंदापुर गांव में स्थित है. स्कूल चंदापुर गांव के आख़िरी छोर पर स्थित है, जहां से जयापुर गांव की शुरुआत होती है. यहां आठवीं तक की पढ़ाई होती है. जयापुर गांव में एक लाइब्रेरी भी है. लाइब्रेरी की दीवार पर अच्छी-अच्छी बातें लिखी हैं.

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आपको बता दे कि गांव में दो बैंक हैं. सिंडीकेट बैंक और यूनियन बैंक. यहां एक पोस्ट ऑफिस भी है. पीएम मोदी के गांव गोद लेने के बाद यहां बैंक खुले हैं, जिससे गांववालों को खाता खुलवाने में आसानी हो गई. गांव में नंदघर (आंगनबाड़ी केंद्र) है. शौचालय है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जयापुर को गोद लेने के बाद गांव में जगह-जगह सोलर लाइट की व्यवस्था की गई.

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बता दें कि जयापुर की कुल आबादी 2011 की जनगणना के अनुसार, इस वक्त 4200 है. इस गांव की आबादी 3100 है. इस गांव में कुल 2700 वोटर हैं. गांव में एक भी मुस्लिम परिवार नहीं है. यहां पटेल, ब्राह्मण, भूमिहार, कुम्हार, दलित आदि जातियों के साथ रहते हैं.