प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर मध्यप्रदेश में सत्ता में आने के लिए झूठ का सहारा लेने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के तीन दावेदार हैं, जो आपस में एक दूसरे को नीचा दिखाने में जुटे हैं. प्रधानमंत्री ने कहा, 'मध्यप्रदेश में कांग्रेस के पांव उखड़ चुके हैं. उनके पास विकास का कोई एजेंडा नहीं है. ऐसा लगता है कि हमारा विरोध करने के लिए उनके पास कुछ नहीं बचा है. उनके पास कोई मुद्दा नहीं है. मुद्दों के अभाव में वे झूठ गढ़ रहे हैं.'
मध्यप्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर होशंगाबाद के बूथ लेवल पार्टी कार्यकर्ताओं से बातचीत के दौरान मोदी ने कहा, 'हमारी सरकार द्वारा किए गए विकास कार्य से वे (कांग्रेस के लोग) निराश हो चुके हैं. यही कारण है कि वे बेकार की बातें करते हैं.'
प्रधानमंत्री ने मेरा बूथ सबसे मजबूत कार्यक्रम के तहत नमो एप के माध्यम से झारखंड के चतरा, राजस्थान के पाली, उत्तर प्रदेश के गाजीपुर और महाराष्ट्र स्थित उत्तरी मुंबई के बूथ लेवल पार्टी कार्यकर्ताओं से भी बातचीत की.
होशंगाबाद के कार्यकर्ताओं से बातचीत के दौरान एक महिला ने प्रधानमंत्री से कांग्रेस के झूठ और भ्रामक चुनाव प्रचार से निपटने के तरीके के बारे में जानना चाहा.
मोदी ने उनके सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मध्यप्रदेशम में कांग्रेस की स्थिति ऐसी है कि वहां उनके मुख्यमंत्री पद के तीन दावेदार हैं जो एक दूसरे को नीचा दिखाकर मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं.
उन्होंने कहा, 'इसके अलावा दर्जनभर और नेता पद की अभिलाषा रखते हैं. वे चुप हैं लेकिन अपने के लिए खेल खेल रहे हैं और इन तीनों के हटने की प्रतीक्षा में हैं. जहां एक दर्जन से ज्यादा मुख्यमंत्री पद के दावेदार हों, वे विकास के बारे में क्या सोचेंगे. उनकी न तो कोई नीति है और न ही उनका कोई इरादा है. वे झूठ के आधार पर रणनीति बनाने में व्यस्त हैं. उनकी पोल खोलना हमारी जिम्मेदारी है.'
उन्होंने कहा कि विरोध करने के लिए कांग्रेस कभी-कभी पाकिस्तान का फ्लाईओवर ले आती है और बांग्लादेश की तस्वीरों का इस्तेमाल करती हैं क्योंकि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)का मुकाबला करने के लिए उनके पास कोई एजेंडा नहीं है.
प्रधानमंत्री ने कहा, 'कभी-कभी फर्जी खबर आती है और कभी-कभी गुमराह करने वाली तस्वीरें. दरअसल, शिवराज सिंह चौहान सरकार ने विकास का इतना काम किया है कि विपक्ष उसपर अपनी अंगुलियां नहीं उठा सकता है. सरकार ने मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य से बेमिसाल राज्य में तब्दील कर दिया है.'
इसी साल जुलाई में कांग्रेस के अनुभवी नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक पुल की तस्वीर पोस्ट करके ट्वीट किया था कि यह सुभाष नगर रेलवे क्रॉसिंग का ओवरब्रिज है. काम की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए सिंह ने कहा था कि पुल का निर्माण कार्य पूरा भी नहीं हुआ और खंभों में दरारें पड़ने लगीं. बाद में बताया गया कि दरार वाला खंभा रावलपिंडी के पुल का है.
हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के मध्यप्रदेश दौरे से पहले प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ ने ट्विटर पर एक तस्वीर के साथ मध्यप्रदेश में सड़क की दशा को लेकर हमला बोला. तस्वीर में एक आदमी को अलकतरे से बने सड़क के ऊपरी हिस्से की मोड़ते दिखाया है, जबकि तस्वीर में इसे देख कुछ बच्चे हतप्रभ हैं. बाद में उस तस्वीर के बारे में बताया गया वह मूल रूप से रिफत आलम द्वारा 2016 में किए गए ट़्वीट से लिया गया था, जिसमें उन्होंने सड़क की खराब दशा के लिए बांग्लादेश की सरकार की आलोचना की थी.
Source : IANS