राष्ट्रपति चुनाव: RSS चीफ मोहन भागवत की उम्मीदवारी पर अड़ी शिव सेना, कहा NDA से ले सकते हैं अलग रुख

बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) को बड़ा झटका देते हुए शिवसेना ने कहा कि वह राष्ट्रपति चुनाव में 'अलग' रुख ले सकती है। शिवसेना महाराष्ट्र में बीजेपी की सहयोगी पार्टी है।

बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) को बड़ा झटका देते हुए शिवसेना ने कहा कि वह राष्ट्रपति चुनाव में 'अलग' रुख ले सकती है। शिवसेना महाराष्ट्र में बीजेपी की सहयोगी पार्टी है।

author-image
Abhishek Parashar
एडिट
New Update
राष्ट्रपति चुनाव: RSS चीफ मोहन भागवत की उम्मीदवारी पर अड़ी शिव सेना, कहा NDA से ले सकते हैं अलग रुख

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (फाइल फोटो)

बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) को बड़ा झटका देते हुए शिवसेना ने कहा कि वह राष्ट्रपति चुनाव में 'अलग' रुख ले सकती है। शिवसेना महाराष्ट्र में बीजेपी की सहयोगी पार्टी है।

Advertisment

सेना ने कहा कि वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाए जाने का समर्थन करते रहेगी।

सेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा, 'हम राष्ट्रपति चुनाव से पहले अलग रुख ले सकते हैं। हमारे पास समय है और हिंदू राष्ट्र के सपने को पूरा करने के लिए राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए मोहन भागवत से बेहतर कोई उम्मीदवार नहीं है।'

और पढ़ें: राष्ट्रपति चुनाव 2017: चुनाव आयोग ने की घोषणा, 17 जुलाई को चुने जाएंगे 14वें राष्ट्रपति

राउत ने कहा कि वह अंत तक भागवत के नाम की सिफारिश करते रहेंगे। यह पहली बार नहीं है जब शिव सेना ने एनडीए के लिए असहज स्थिति पैदा की है। इससे पहले भी 2012 में शिव सेना ने राष्ट्रपति चुनाव के दौरान यूपीए के उम्मीदवार प्रणव मुखर्जी को समर्थन दिया था, जबकि पीएम संगमा एनडीए के उम्मीदवार थे।

वहीं 2007 में भी सेना ने एनडीए के उम्मीदवार भैरो सिंह शेखावत के खिलाफ जाते हुए यूपीए की उम्मीदवार प्रतिभा सिंह पाटिल के पक्ष में वोट दिया था। अप्रैल महीने में शिव सेना चीफ उद्धव ठाकरे प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात कर चुके हैं और उन्होंने बैठक के बाद पीएम मोदी को बड़ा भाई करार दिया था। हालांकि इसके बाद से सेना और बीजेपी के बीच तल्खी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है।

सेना के पास 18 सांसद और 63 विधायकों का मत है जो राष्ट्रपति के चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार की जीत के लिए बेहद अहम है।

वहीं महाराष्ट्र के किसान आंदोलन पर सख्त रुख अपनाते हुए सेना ने कहा कि अगर बीजेपी सरकार किसानों की समस्या को खत्म नहीं कर सकती है तो उसे इस्तीफा दे देना चाहिए।

राउत ने कहा, 'किसानों के मुद्दे को लेकर सेना और सरकार के बीच कई मतभेद हैं। अगर बीजेपी किसानों की समस्या को नहीं खत्म कर सकती है तो उन्हें सरकार से इस्तीफा दे देना चाहिए।'

HIGHLIGHTS

  • राष्ट्रपति चुनाव से पहले बीजेपी को शिवसेना का झटका, भागवत की उम्मीदवारी पर  NDA से अलग रुख का संकेत
  • सेना के पास 18 सांसद और 63 विधायकों का मत है जो राष्ट्रपति के चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार की जीत के लिए बेहद अहम है

Source : News Nation Bureau

RSS Chief Mohan Bhagwat President Poll BJP NDA Shiv Sena
Advertisment