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राष्ट्रपति चुनाव पर विपक्ष की बैठक, उम्मीदवार पर सहमति बनाने के लिये हो सकता है समिति का गठन, नहीं पहुंचे बिहार सीएम नीतीश

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर रणनीति बनाने के लिये विपक्षी दलों के साथ बैठक कर रही हैं।

Updated on: 26 May 2017, 04:10 PM

नई दिल्ली:

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर रणनीति बनाने के लिये विपक्षी दलों के साथ बैठक में राष्ट्रपति चुनाव के लिये साझा उम्मीदवार पर चर्चा नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि इस मसले पर एक समिति गठत की जा सकती है जो उम्मीदवार तय करेगी। उन्होंने कहा कि बैठक में सभी दलों ने कश्मीर और सहारनपुर की घटना पर चिंता जताई है।  

इस बैठक में कांग्रेस समेत कई क्षेत्रीय दल शिरकत कर रहे हैं। लेकिन नीतीश कुमार के इस बैठक में शामिल नहीं होने से महागठबंधन के भविष्य को लेकर सवाल भी उठने लगा है।

इस बैठक में क्षेत्रीय राजनीति में एक दूसरे की कट्टर विरोधी मानी जाने वाले दलों को एक मंच पर लाने की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की कवायद सफल होती दिख रही है।

इस बैठक में बीएसपी सुप्रीमो मायावती और एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव के अलावा पश्चिम बंगाल से तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी और सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी और दूसरे वामदलों के नेता मौजूद हैं।

ममता बनर्जी ने कहा कि साझा उम्मीदवार को लेकर चर्चा नहीं की गई, लेकिन सहमति बनाने के लिये एक छोटी समिति गठित की जायेगी। 

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सोनिया की मीटिंग में कांग्रेस के अलावा आरजेडी, जेडीयू, एसपी, बीएसपी, टीएमसी, जेएमएम, केरल कांग्रेस, नैशनल कॉन्फ्रेंस, एनसीपी, डीएमके, एआईयूडीएफ, आरएसपी, आल इंडिया मुस्लिम लीग, सीपीएम, सीपीआई, जेडीएस के प्रतिनिधि पहुंचे हैं। लेकिन इस बैठक में आम आदमी पार्टी को न्योता नहीं भेजा गया है। 

जेडीयू के शरद यादव इस बैठक में शामिल हो रहे हैं लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बैठक में शामिल न होने से कयास लगाया जा रहा है कि महागठबंधन बनाने की कवायद सफल नहीं हो पाएगी। लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता पवन वर्मा ने कहा है कि इसके राजनीतिक मायनेनहीं निकाले जाने चाहिये। 

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राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने साफ कर दिया है कि उन्हें दूसरे कार्यकाल  में दिलचस्पी नहीं है। पिछले दिनों नीतीश कुमार ने कहा था कि प्रणब मुखर्जी को दूसरे कार्यकाल के लिये समर्थन दिया जाना चाहिये।  

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