अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 44 महिलाओं और संस्थानों को 'नारी शक्ति पुरस्कार' दिया. महिला सशक्तिकरण में विशेष योगदान के लिए राष्ट्रपति ने इन महिलाओं को पुरस्कार से नवाजा. राष्ट्रपति भावन में आयोजित एक खास समारोह में राष्ट्रपति कोविंद ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'नारी शक्ति पुरस्कार' दिए. महिलाओं की उपलब्धियों को सम्मान देने के लिए महिलाओं और संस्थानों को यह पुरस्कार दिया जाता है. इस साल इन पुरस्कार के लिए एक हजार लगभग नामांकन में से 44 महिलाओं और संस्थानों का चयन किया गया. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लंबी दूरी की महिला तैराक मिनाक्षी पाहुजा को नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया.
राजस्थान के बारमेर में रहने वाली 30 वर्षीय रूम देवी को भी अवार्ड से नवाजा गया है. अवार्ड लेते हुए रूम देवी ने कहा कि राष्ट्रपति से अवार्ड लेना, ऐसा उन्होंने कभी सोचा नहीं था. यह अवार्ड मेरे और सोसाइटी के लिए प्रोत्साहन है.17 साल की उम्र में रूम देवी की शादी हो गयी थो । सिलाई और कढ़ाई में कौशल के साथ, उसने कुछ महिलाओं को इकठ्ठा करके एक ग्रुप बनाया. यह महिलाएं बैग और अन्य हस्तकला आइटम बनाती हैं. एसिड अटैक सर्वाइवर प्रज्ञा प्रसून को भी इस अवार्ड से नवाजा गया है. प्रज्ञा पर शादी के सिर्फ 12 दिन बाद 2006 में हमला किया गया था। उसने कहा कि उसका जीवन पलट हो गया था, लेकिन यह घटना उन्हें आगे बढ़ने से रोक नहीं पाई.
प्रज्ञा एटिजीवन फाउंडेशन नाम की एनजीओ चलाती है, जो एसिड हमलों से बचे लोगों को आर्थिक रूप से मदद करती है. उसके एनजीओ ने अब तक 200 से अधिक ऐसे बचे लोगों की मदद की है.