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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गुलाम मुस्तफा खान समेत 41 हस्तियों को पद्म पुरस्कार से नवाजा

राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने मंगलवार को जाने माने संगीतकार इलैयाराजा और गुलाम मुस्तफा खान समेत 41 लोगों को राष्ट्रपति भवन में पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री अवार्ड से सम्मानित किया।

Updated on: 21 Mar 2018, 12:14 AM

नई दिल्ली:

राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने मंगलवार को जाने माने संगीतकार इलैयाराजा और गुलाम मुस्तफा खान समेत 41 लोगों को राष्ट्रपति भवन में पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री अवार्ड से सम्मानित किया।

पद्म अवार्ड समारोह मजेस्टिक दरबार हॉल में आयोजित किया गया जिसमें उप-राष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू, पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह मौजूद थे।

समारोह खत्म होने के बाद राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने अनौपचारिक रूप से विजेताओं और उनके परिवारों वालों के साथ चाय पर चर्चा की और उनके साथ बातचीत की।

आपको बता दें कि 25 जनवरी को देश की 85 हस्तियों को पद्म पुरस्कार देने का एलान किया गया था। इनमें 3 पद्म विभूषण, 9 पद्म भूषण और 73 पद्म श्री अवॉर्ड शामिल हैं।

कला के क्षेत्र में तमिलनाडु की इल्याराज को पद्मविभूषण सम्मान से नवाजा गया है। महाराष्ट्र के गुलाम मुस्तफा खान को कला के क्षेत्र में योगदान के लिए पद्म विभूषण सम्मान मिला है। साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में योगदान के लिए केरल के परमेश्वरन को पद्म विभूषण दिया गया।

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नौ लोगों को पद्म भूषण सम्मान दिया गया है उनमें पंकज आडवाणी को खेल के क्षेत्र में, महेन्द्र सिंह धोनी को क्रिकेट में योगदान के लिए, केरल के फिलीपोज मार क्रिसोटम को, पब्लिक अफेयर्स के क्षेत्र में रूस के अलेक्जेंडर कदाकिन को पद्म भूषण सम्मान मिला है।

पुरातत्व के क्षेत्र में तमिलनाडु के रामचंद्रन नागास्वामी, साहित्य और शिक्षा के वेद प्रकाश नंदा को पद्मभूषण सम्मान दिया गया है। नंदा अमेरिका में रहते हैं। पेंटिंग के क्षेत्र में लक्ष्मण राय, संगीत के क्षेत्र में अरविंद पारिख और बिहार की शारदा सिन्हा को कला व संगीत क्षेत्र में पद़्म भूषण सम्मान से नवाजा गया है।

सरकार ने इस बार भी देश के सर्वोच्च सम्मान पुरुस्कारों में गुमनाम चेहरों को महत्व दिया है। पद्म श्री पुरुस्कार पाने वालों में अरविंद गुप्ता-साहित्य और शिक्षा (महाराष्ट्र), भज्जू श्याम-कला(पेंटिंग) मध्यप्रदेश, लक्ष्मी कुट्टी-औषधि(सर्प दंश) केरल, सुशांशु बिस्वास-समाज सेवा(पश्चिम बंगाल), एमआर राजगोपाल-औषधि(केरल), मुरलीकांत पेटेकर-खेल, महाराष्ट्र, सुलागट्टी नरसम्मा-औषधि (कर्नाटक), विजय लक्ष्मी नवनीतिकृष्णन-साहित्य और शिक्षा-महाराष्ट्र, सुभासिनी मिस्त्री-समाज सेवा, पश्चिम बंगाल, राजगोपालन वासुदेवन-विज्ञान एवं इंजीनियरिंग, तमिलनाडु, उत्तरप्रदेश के अनवर जलालपुरी साहित्य व शिक्षा के लिए शामिल हैं।

केरल के रहने वाले एम आर राजगोपाल को चिकित्सा मसीहा के रूप में जाना जाता है। अनुपयोगी सामान से खिलौने बनाने वाले अरविंद गुप्ता को सम्मान दिया गया है। हर्बल दवाओं के क्षेत्र में काम करने वाली लक्ष्मी कुट्टी को सम्मानित किया गया है।

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