बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) के राष्ट्रपति उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) की तरफ से समर्थन दिए जाने को लेकर महागठबंधन की सहयोगी पार्टी आरजेडी (राष्ट्रीय जनता दल) ने सवाल उठाए हैं।
विपक्षी दलों के रुख से इतर जाते हुए कोविंद को समर्थन दिए जाने के फैसले निशाना साधते हुए आरजेडी ने कहा कि बीजेपी के खिलाफ धर्मनिरपेक्ष दलों को एकजुट करने का यह बेहतरीन मौका था, लेकिन नीतीश कुमार के फैसले ने विपक्षी दलों की एकता को खतरे में डाल दिया है।
आऱजेडी नेता रघुवंश प्रसाद ने कहा कि विपक्षी दलों को एकजुट बनाए रखने की मुहिम की शुरुआत नीतीश कुमार ने ही की थी। गौरतलब है कि कुमार राष्ट्रीय स्तर पर बीजेपी के खिलाफ एक महागठबंधन की वकालत करते रहे हैं लेकिन उन्होंने ऐन मौके पर विपक्ष की बैठक से पहले ही कोविंद की उम्मीदवारी को समर्थन का ऐलान कर दिया।
प्रसाद ने कहा, 'राष्ट्रपति चुनाव विपक्षी दलों को एकजुट करने का अच्छा मौका था। हम नीतीश कुमार के मंशा पर सवाल उठाएंगे। हम जेडीयू से पूछना चाहेंगे कि धर्मनिरपेक्ष दलों के गठबंधन पर उनका क्या रुख है?'
उन्होंने कहा कि हमें खुशी है कि नीतीश जी ने राष्ट्रीय स्तर पर भगवा दल के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिश की लेकिन अब वह हमें छोड़कर बीजेपी के उम्मीदवार को समर्थन दे रहे हैं। अब यह देखना होगा कि वह बीजेपी का कैसे विरोध करते हैं।
जेडीयू राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्षी दलों के साथ खड़ी रही है लेकिन अब वह कोविंद की उम्मीदवारी के समर्थन को लेकर अलग हो चुकी है। राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 17 जुलाई को होना है।
HIGHLIGHTS
- BJP उम्मीदवार कोविंद को समर्थन पर RJD ने उठाए नीतीश की मंशा पर सवाल
- आरजेडी ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव को लेकर बनने से पहले ही टूट गई विपक्ष की एकता
Source : News Nation Bureau