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उत्तराखंड में शीत लहर से बचाव की तैयारी, शासन ने जिलों को दिए ये निर्देश

उत्तराखंड में प्रशासन द्वारा शीतलहर से आम जनमानस के बचाव के लिए हर संभव व्यवस्था की जा रही है. प्रत्येक जनपद को शीतलहर से बचाव हेतु आवश्यक व्यवस्थाएं जुटाने हेतु 10 लाख रुपए का अतिरिक्त बजट दिया जा रहा है.

Updated on: 23 Dec 2022, 05:06 PM

देहरादून:

उत्तराखंड में प्रशासन द्वारा शीतलहर से आम जनमानस के बचाव के लिए हर संभव व्यवस्था की जा रही है. प्रत्येक जनपद को शीतलहर से बचाव हेतु आवश्यक व्यवस्थाएं जुटाने हेतु 10 लाख रुपए का अतिरिक्त बजट दिया जा रहा है. सचिव आपदा प्रबन्धन डा. रंजीत कुमार सिन्हा ने सचिवालय में राज्य के सभी जिलाधिकारियों को इसके लिए दिशा निर्देश दिए हैं. सचिव आपदा प्रबन्धन ने राज्य के समस्त जिलाधिकारियों तथा एसडीआरएफ, वन विभाग, खाद्य आपूर्ति, चिकित्सा, मौसम विभाग, जल संस्थान, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग तथा यूपीसीएल के अधिकारियों के साथ प्रदेश में शीतलहर से आमजन एवं पशुओं के बचाव हेतु तैयारियों की समीक्षा की.

उन्होंने जिलाधिकारियों को सभी तहसीलों में अस्थायी रैन बसेरों की व्यवस्था सुनिश्चित करने, समस्त मूलभूत सुविधाएं बिजली, पेयजल, शौचालय, बिस्तर तथा हीटर की व्यवस्था करने, जिलों में पर्याप्त मात्रा में अलाव जलाने की व्यवस्था, कंबल वितरण, दुर्गम व दूरस्थ क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में राशन आपूर्ति, दवाईयों, पशुओं के चारे, चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.

सचिव आपदा प्रबन्धन ने वन निगम को अलाव जलाने हेतु पर्याप्त मात्रा में लकड़ी की आपूर्ति के भी निर्देश दिए. उन्होंने पीडब्ल्यूडी को बर्फबारी के कारण बन्द होने वाली सड़कों पर पहले से ही आवश्यक उपकरण तथा कार्मिक तैनात करने को कहा. इसके लिए जेसीबी तथा स्नो कटिंग मशीनों की व्यवस्था की जा रही है. इसके साथ ही लोक निर्माण तथा परिवहन विभाग को सख्त निर्देश दिए गए है कि राज्य में पाले तथा कोहरे के कारण किसी भी प्रकार की दुर्घटना नही होनी चाहिए. इसके लिए पाले को हटाने के लिए नमक एवं चूने का नियमित छिड़काव तथा कोहरे से बचाव हेतु फॉग लाइट व रिफलेक्टर की व्यवस्था की जाए. इसके साथ ही लोक निर्माण विभाग को स्नो ब्लोवर की आपूर्ति का प्रस्ताव बनाकर जल्द से जल्द शासन को भेजने के निर्देश भी दिए गए हैं.

सचिव आपदा प्रबन्धन ने सभी जिलाधिकारियों एव उपजिलाधिकारियों को जनपदों में शीतलहर से बचाव की व्यवस्थाओं के निरीक्षण हेतु नियमित रात्रि गश्त के निर्देश दिए हैं. उन्होंने राज्य में भारी बर्फबारी वाली ट्रैक रूट बन्द करवाने के भी निर्देश दिए.

सचिव आपदा प्रबन्धन ने यूपीसीएल को शीतलहर एवं बर्फबारी के दौरान दूरस्थ क्षेत्रों में बिजली की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु पर्याप्त मात्रा में स्पेयर पार्टस, डिसेन्ट्रलाइज इन्वेन्टरी तथा कुशल कार्मिक की तैनाती के निर्देश दिए.

इस अवसर पर निदेशक मौसम विभाग बिक्रम सिंह, अन्य वरिष्ठ अधिकारी तथा विडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से सभी जिलो के जिलाधिकारी उपस्थित थे.

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