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नक्सलियों पर बड़े एक्शन की तैयारी, बीजापुर में 22 जवानों की शहादत के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बुलाई बैठक

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम का चुनावी कार्यक्रम रद्द कर दिया है और वह दिल्ली लौट रहे हैं. उन्होंने बीजापुर की घटना के बाद दिल्ली में बड़ी बैठक बुलाई है.

Updated on: 04 Apr 2021, 05:12 PM

highlights

  • छत्तीसगढ़ के बीजापुर में बड़ी क्षति
  • नक्सलियों से मुठभेड़ में 22 जवान शहीद
  • केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बुलाई बैठक

नई दिल्ली:

छत्तीसगढ़ के बीजापुर में इस साल के अब तक के सबसे बड़े नक्सली हमले में 22 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए हैं और 30 से अधिक घायल हैं. इन 22 सुरक्षाकर्मियों में से 9 सीआरपीएफ के हैं, जबकि बाकी राज्य पुलिस के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के हैं. बीजापुर में 22 जवानों की शहादत के बाद नक्सलवादियों पर बड़े एक्शन की तैयारी की जा रही है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम का चुनावी कार्यक्रम रद्द कर दिया है और वह दिल्ली लौट रहे हैं. उन्होंने बीजापुर की घटना के बाद दिल्ली में बड़ी बैठक बुलाई है.

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असम में चुनावी रैलियां करने पहुंचे गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले पर शोक जताया है. साथ ही उन्‍होंने राज्‍य में रविवार को होने वाली अपनी चुनावी रैलियां रद्द कर दी हैं. वह फिलहाल दिल्‍ली लौट रहे हैं और दिल्‍ली में वह छत्‍तीसगढ़ में हुए नक्‍सली हमले को लेकर वरिष्‍ठ अफसरों से हालात पर चर्चा करेंगे. बीजेपी नेता जितेंद्र सिंह ने जानकारी दी है कि गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को असम में होने वाले उनके चुनाव अभियान में कटौती की है और वह सुकमा में हुए नक्‍सली हमले को लेकर गंभीर है. वह आज ही दिल्‍ली लौट रहे हैं.

माना जा रहा है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की इस मीटिंग में नक्सलियों के खिलाफ बड़ा एक्शन लेने की रणनीति बनाई जा सकती है. सूत्र बताते हैं कि इस हमले की जांच का जिम्मा राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपा जा सकता है. रविवार को गृहमंत्री अमित शाह असम के दौरे पर गए हैं. यहां उनकी कई रैलियां थीं. अमित शाह को असम में चुनावी रैलियां करने के बाद 8 बजे दिल्ली वापस आना था, मगर बीजापुर में नक्सली हमले की वजह से वह कार्यक्रम रद्द करके जल्दी दिल्ली लौट रहे हैं. 

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यह मुठभेड़ पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) के 300 सदस्यीय दल और सुरक्षाबलों के बीच शनिवार को हुई थी. नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच 9 घंटे तक चली गोलाबारी चली. इस एनकाउंटर में 22 सुरक्षाकर्मियों की जान चली गई है. हालांकि सुरक्षाकर्मियों की पहचान की पुष्टि अभी तक नहीं की गई है. सुरक्षाकर्मियों के 22 शवों में से 5 को शनिवार को बरामद किया गया था और 17 से अधिक शवों को सीआरपीएफ, डीआरजी और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने रविवार तड़के बड़े पैमाने पर चलाए गए तलाशी अभियान के दौरान बरामद किया था. बता दें कि तलाशी और बचाव अभियान अभी भी जारी है.